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डिविडेंड पाने का आखिरी मौका: टाटा इन्वेस्ट, जानिए एशियन पेंट्स, इंडियन बैंक समेत बड़ी कंपनियों की रिकॉर्ड डेट

डिविडेंड पाने का आखिरी मौका: टाटा इन्वेस्ट, जानिए एशियन पेंट्स, इंडियन बैंक समेत बड़ी कंपनियों की रिकॉर्ड डेट

27 रुपये तक डिविडेंड पाने का आखिरी मौका: टाटा इन्वेस्ट, एशियन पेंट्स और इंडियन बैंक की रिकॉर्ड डेट आज यानी 10 जून है। जो निवेशक इन कंपनियों के शेयरधारक हैं, वे आज तक अपने शेयरों को होल्ड करके डिविडेंड के पात्र बन सकते हैं।

Stock Market: शेयर बाजार में निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि टाटा इन्वेस्ट, एशियन पेंट्स, इंडियन बैंक जैसी प्रमुख कंपनियों ने 10 जून को डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट घोषित की है। यदि कोई निवेशक आज तक इन कंपनियों के शेयर खरीदता है, तो वह आगामी डिविडेंड का लाभ उठा सकता है। इसके अलावा टाटा ग्रुप की तीन अन्य कंपनियों की रिकॉर्ड डेट 12 जून है। जानिए किन कंपनियों का डिविडेंड कितना है और रिकॉर्ड डेट क्यों होती है।

डिविडेंड पाने की अंतिम तारीख: रिकॉर्ड डेट 10 जून निर्धारित

शेयर बाजार में निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर सामने आया है। टाटा इन्वेस्टमेंट, एशियन पेंट्स, और इंडियन बैंक ने 10 जून को डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट घोषित की है। इसका मतलब है कि अगर कोई निवेशक आज या इससे पहले इन कंपनियों के शेयर अपने डीमैट अकाउंट में रखता है, तो वह घोषित डिविडेंड पाने का हकदार होगा।

विशेष रूप से टाटा इन्वेस्ट ने प्रति शेयर 27 रुपये का आकर्षक डिविडेंड देने की घोषणा की है, जो इस सीजन का सबसे बड़ा डिविडेंड माना जा रहा है। इंडियन बैंक ने 16.25 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड की घोषणा की है, जबकि एशियन पेंट्स का डिविडेंड 20.55 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।

बड़ी कंपनियों का डिविडेंड और रिकॉर्ड डेट का विवरण

  • टाटा इन्वेस्ट - 10 जून
  • एशियन पेंट्स - 10 जून
  • इंडियन बैंक - 10 जून
  • Vesuvius India Ltd - 10 जून
  • JCHAC - 10 जून
  • ट्रेंट - 12 जून
  • टाटा एलेक्सी - 12 जून
  • टाटा केमिकल - 12 जून

टाटा ग्रुप की तीन अन्य बड़ी कंपनियां ट्रेंट, टाटा एलेक्सी, और टाटा केमिकल ने डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 12 जून तय की है। ये कंपनियां भी निवेशकों को डिविडेंड का लाभ देने के लिए तैयार हैं।

रिकॉर्ड डेट क्या है और क्यों महत्वपूर्ण है?

डिविडेंड या किसी भी अन्य लाभ जैसे बोनस शेयर या स्टॉक स्प्लिट के लिए कंपनियां रिकॉर्ड डेट निर्धारित करती हैं। रिकॉर्ड डेट वह तारीख होती है जिस दिन कंपनी यह तय करती है कि कौन-कौन से शेयरधारक डिविडेंड पाने के हकदार होंगे। इस दिन यदि किसी निवेशक के खाते में कंपनी के शेयर मौजूद होते हैं, तो वह डिविडेंड का पात्र होता है। 

इसका मतलब यह भी है कि यदि आप रिकॉर्ड डेट के बाद शेयर खरीदते हैं, तो आपको इस बार का डिविडेंड नहीं मिलेगा। इसलिए, रिकॉर्ड डेट के पहले शेयर खरीदना जरूरी होता है।

डिविडेंड से निवेशकों को क्या फायदा?

डिविडेंड निवेशकों के लिए आय का एक स्थिर स्रोत होता है। इसके जरिये वे कंपनियों के मुनाफे में हिस्सेदारी पाते हैं। उच्च डिविडेंड देने वाली कंपनियों के शेयर अक्सर निवेशकों के बीच अधिक लोकप्रिय होते हैं, क्योंकि वे लाभांश के साथ-साथ पूंजी लाभ की भी उम्मीद जगाते हैं। विशेषकर उन निवेशकों के लिए यह अवसर महत्वपूर्ण होता है जो नियमित आय के लिए शेयर बाजार में निवेश करते हैं।

बाजार पर डिविडेंड की प्रभाव

डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट के आस-पास शेयरों में अक्सर बढ़त देखी जाती है। इसका कारण यह है कि निवेशक डिविडेंड पाने के लिए समय से पहले शेयर खरीदते हैं। इसी वजह से टाटा इन्वेस्ट, एशियन पेंट्स, और इंडियन बैंक जैसे बड़े शेयरों की मांग में इजाफा हो सकता है। हालांकि, रिकॉर्ड डेट के बाद अक्सर शेयरों की कीमत में गिरावट भी देखी जाती है क्योंकि डिविडेंड मिलने के बाद शेयरधारकों की संख्या कम हो जाती है।

निवेशकों के लिए सुझाव

  • रिकॉर्ड डेट का ध्यान रखें: यदि आप डिविडेंड का लाभ उठाना चाहते हैं तो रिकॉर्ड डेट से पहले शेयर खरीद लें।
  • कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर नजर: डिविडेंड के साथ-साथ कंपनी का वित्तीय स्वास्थ्य भी जांचें ताकि आपका निवेश सुरक्षित रहे।
  • लंबे समय का सोचें: डिविडेंड मात्र एक आय स्रोत है, इसलिए शेयर खरीदते समय कंपनी के दीर्घकालिक विकास पर भी ध्यान दें।
  • बाजार की स्थिति समझें: बाजार के उतार-चढ़ाव और आर्थिक परिस्थितियों को समझकर ही निवेश करें।

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