त्योहारी सीजन में बाजारों की चमक: करवा चौथ पर हजारों करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद, जानें पूरी जानकारी

त्योहारी सीजन में बाजारों की चमक: करवा चौथ पर हजारों करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद, जानें पूरी जानकारी
Last Updated: 19 अक्टूबर 2024

भारतीय परंपरा के अनुसार, नवंबर में शुरू होने वाली शादियों के लिए सोने के गहनों और अन्य सामान की बुकिंग करवा चौथ से ही शुरू हो जाती है।

नई दिल्ली: त्योहारी सीजन से बाजारों में रौनक लौट आई है। नवरात्रि के दौरान उपभोक्ता सामान, कपड़े और अन्य फैंसी आइटम की अच्छी बिक्री हुई है। अब कारोबारियों को करवा चौथ, धनतेरस और दिवाली से काफी उम्मीदें हैं। करवा चौथ का त्योहार 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा, जो धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।

यह त्योहार विवाहित महिलाओं के लिए खास है। करवा चौथ के मौके पर दिल्ली और अन्य बाजारों में लगभग 22 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है, जो पिछले साल के 15 हजार करोड़ रुपये से काफी अधिक है।

वोकल फॉर लोकल का जादू

दिवाली में बिक्री के रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद जताई जा रही है। चांदनी चौक के सांसद और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "वोकल फॉर लोकल" अभियान का गहरा प्रभाव देखने को मिल रहा है।

अधिकतर लोग अब देश में निर्मित सामानों को प्राथमिकता दे रहे हैं, और पिछले दो दिनों से बाजारों में दिवाली की खरीदारी के लिए जबरदस्त उत्साह का माहौल है। कपड़े, आभूषण, सौंदर्य प्रसाधन, उपहार और पूजा सामग्री की जमकर खरीदारी हो रही है। दिल्ली सहित पूरे देश में बाजारों में भीड़ उमड़ रही है।

इस त्योहार के लिए महिला-पुरुष खरीदारी में पूरी तरह डूबे हुए हैं। इस साल बाजारों में पिछले साल की तुलना में और भी अधिक रौनक दिखाई दे रही है। सिर्फ दिल्ली की बात करें तो यहां लगभग चार हजार करोड़ रुपये की बिक्री होने का अनुमान है। यदि ऐसा हुआ तो इस अवसर पर बिक्री के सभी पुराने रिकॉर्ड टूट जाएंगे।

करवा चौथ: बाजार सजा, खरीदारी जोरों पर

करवा चौथ का त्योहार नजदीक आते ही बाजार सज चुके हैं, और खरीदारी जोरों पर है। खंडेलवाल ने बताया कि ज्वेलरी, कपड़े, मेकअप सामग्री, साड़ियाँ, पूजा कैलेंडर और पूजा सामग्री की मांग बहुत ज़्यादा है। महिलाएं पूजा के लिए करवा, छलनी, दीया, फूलबत्ती और अन्य ज़रूरी सामान ख़रीद रही हैं। कथा की किताब और दीपों की भी ख़रीदारी हो रही है।

श्रृंगार की वस्तुओं में लाल चूड़ियां, बिछिया, पायल, लॉकेट और चूड़ा जैसे सामानों की मांग बढ़ गई है। इस बार चांदी के करवे भी बाजार में उपलब्ध हैं, जिनकी मांग बहुत ज़्यादा है। करवा चौथ पर मेहंदी लगाना बहुत शुभ माना जाता है, इसलिए देश भर में मेहंदी का व्यापार भी बढ़ गया है। करवा चौथ व्यापारियों के लिए एक बेहतर अवसर है!

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