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Divyanka Tripathi: क्राइम पेट्रोल होस्टिंग के दौरान पड़ा मानसिक तनाव, बोलीं- 'बुरे सपने आते और सिरदर्द रहता था'

Divyanka Tripathi: क्राइम पेट्रोल होस्टिंग के दौरान पड़ा मानसिक तनाव, बोलीं- 'बुरे सपने आते और सिरदर्द रहता था'
अंतिम अपडेट: 7 घंटा पहले

एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी टीवी की पॉपुलर स्टार हैं, जिन्होंने बनूं मैं तेरी दुल्हन और ये है मोहब्बतें जैसे सुपरहिट शोज से दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाई है। उनकी एक्टिंग को फैंस द्वारा काफी सराहा जाता है।

एंटरटेनमेंट: टीवी इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी ने अपनी प्रोफेशनल लाइफ में कई सुपरहिट शोज किए हैं, लेकिन हाल ही में उन्होंने एक ऐसा खुलासा किया है जो उनके फैंस के लिए चौंकाने वाला हो सकता है। एक समय था जब दिव्यांका ने मशहूर क्राइम शो 'क्राइम पेट्रोल' को होस्ट किया था, और इस शो के दौरान उन्हें मानसिक तनाव का सामना करना पड़ा था। उन्होंने खुद इस बारे में अपनी अनुभव साझा किए और बताया कि इस शो के दौरान उनका मानसिक स्वास्थ्य किस तरह प्रभावित हुआ।

क्राइम पेट्रोल की होस्टिंग का मानसिक प्रभाव

दिव्यांका त्रिपाठी ने हाल ही में कॉमेडियन भारती सिंह और उनके पति हर्ष लिंबाचिया के पॉडकास्ट में अपनी मानसिक स्थिति पर खुलकर बात की। दिव्यांका ने बताया कि जब वह 'क्राइम पेट्रोल' को होस्ट कर रही थीं, तो उनका जीवन काफी कठिन हो गया था। शो में महिलाओं के खिलाफ अपराध (Women Against Crime) पर आधारित सेगमेंट था, जिसमें वह हर अपराध की कहानी पढ़ती थीं और उसे एंकर करती थीं। हर कहानी में एक नई घटना, एक नई त्रासदी जुड़ी होती थी, जिससे उन्हें रातों को बुरे सपने आने लगे थे।

दिव्यांका ने बताया, जब मैं क्राइम पेट्रोल की एंकरिंग कर रही थी, तो मुझे हर कहानी में जो घटनाएँ बताई जाती थीं, वो इतनी डरावनी होती थीं कि मैं उन घटनाओं को अपनी कल्पना में बसा बैठी थी। एक महिला घर से निकलती है और फिर कुछ ऐसा होता है जो न केवल दिल दहला देने वाला होता है, बल्कि उसे जानने के बाद मेरी मानसिक स्थिति बहुत खराब हो गई थी। 

रात को जब मैं स्क्रिप्ट पढ़ती, तो मुझे बुरे सपने आते थे और अगले दिन सिर में तेज़ दर्द लेकर शूटिंग के लिए जाती थी। यह 3-4 महीने तक चला और इस दौरान मुझे काफी मानसिक तनाव हुआ था।

विवेक दहिया ने दिया संबल

दिव्यांका ने आगे बताया कि उनके पति विवेक दहिया ने इस मानसिक तनाव से उबरने के लिए उन्हें काफी समझाया। विवेक ने उन्हें यह सलाह दी कि एंकरिंग के दौरान एक व्यक्ति को स्विच ऑन और स्विच ऑफ करना आना चाहिए। यानी शो में जब वह काम करती थीं, तब पूरी तरह से उस घटनाओं में खो जाती थीं, लेकिन जब शूटिंग खत्म होती, तो उन्हें अपनी मानसिक स्थिति को सामान्य करना बहुत जरूरी था। 

दिव्यांका ने यह भी कहा कि विवेक के सपोर्ट और सही दिशा-निर्देश के बाद वह इस स्थिति से उबर पाई थीं और अब वह अपने करियर में इस अनुभव को एक सीख के रूप में देखती हैं।

दिव्यांका त्रिपाठी का करियर

दिव्यांका त्रिपाठी की करियर की शुरुआत 'इंडियाज बेस्ट सिनेस्टार की खोज' से हुई थी, लेकिन उन्हें असली पहचान शो 'बनूं मैं तेरी दुल्हन' से मिली। इसके बाद 'ये है मोहब्बतें' जैसे सुपरहिट शो में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई, जिसमें उनकी एक्टिंग को हर किसी ने सराहा। इसके अलावा दिव्यांका ने 'खाना खजाना', 'नचले वे विद सरोज खान', 'जलवा', 'कौन है', 'मिस्टर एंड मिसेज शर्मा इलाहाबादवाले', 'जोर का झटका: टोटल वाइपआउट', 'चिंटू चिंकी और एक बड़ी सी लव स्टोरी', 'अदालत', 'तेरी मेरी लव स्टोरी', 'रामायण', 'कॉमेडी सर्कस', 'नच बलिए 8', 'द वॉइस 3', 'खतरों के खिलाड़ी 11' और 'क्राइम पेट्रोल' जैसे कई शोज किए हैं।

दिव्यांका के लिए ये सब अनुभव बहुत महत्वपूर्ण रहे हैं, लेकिन 'क्राइम पेट्रोल' के दौरान उनका मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हुआ था, जो दर्शाता है कि किसी भी अपराध आधारित शो का होस्ट करने के दौरान केवल कहानी पर ही ध्यान नहीं देना पड़ता, बल्कि उस शो की मानसिक और भावनात्मक प्रभाव को भी समझना जरूरी होता है।

सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का असर

इसके अलावा, दिव्यांका ने ट्रोलिंग के बारे में भी बात की। उन्हें 'क्राइम पेट्रोल' होस्ट करने के दौरान काफी ट्रोल किया गया था, क्योंकि लोगों ने उनके एंकरिंग के स्टाइल और उनके द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली कहानी को लेकर आलोचना की थी। लेकिन दिव्यांका ने इस ट्रोलिंग को हल्के में लिया और अपने आत्मविश्वास को बनाए रखा।

आज दिव्यांका अपनी मानसिक स्थिति के बारे में खुलकर बात करती हैं, जिससे यह संदेश जाता है कि मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। वह एक उदाहरण पेश करती हैं कि कैसे किसी भी पेशेवर दबाव और ट्रोलिंग के बावजूद, सकारात्मक सोच और समर्थन से मानसिक स्थिति को संभाला जा सकता है।

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