अखिलेश यादव ने जेपी नड्डा के केंद्र सरकार की 11 साल की उपलब्धियों पर किए गए दावों पर कड़ा सवाल उठाया। बोले- योजनाओं से जमीन पर कोई बदलाव नहीं, बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दे जस के तस हैं।
UP Politics: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के केंद्र सरकार की 11 साल की उपलब्धियों पर किए गए दावों को आड़े हाथों लिया। अखिलेश ने कहा कि दिल्ली और लखनऊ की सरकारों में तालमेल नहीं दिखता और अगर प्रधानमंत्री ने गोद लिए गांव की तस्वीर नहीं बदली तो सवाल उठता है कि इन सरकारों ने जनता के लिए किया क्या है।
नड्डा के दावों पर अखिलेश का सीधा हमला
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा केंद्र सरकार के 11 वर्षों की उपलब्धियों को लेकर की गई प्रेस वार्ता पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। यूपी के संदर्भ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि योजनाएं चल रही हैं, लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि दिल्ली और लखनऊ के बीच कोई समन्वय नहीं दिखता।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा गोद लिए गए गांवों की तस्वीर नहीं बदली है, जो दर्शाता है कि योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर पर नहीं पहुंच रहा। यह स्थिति उत्तर प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है।
यूपी में 20 साल की सरकार, फिर भी जनता परेशान
अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि जब केंद्र में 11 और राज्य में 9 साल की बीजेपी सरकार रही है, तब दोनों मिलाकर 20 वर्षों का कार्यकाल होता है। ऐसे में बीजेपी को जवाब देना चाहिए कि आखिर जनता के लिए क्या किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज भी बेरोजगारी और महंगाई से जूझ रहा है। आम लोग न्याय के लिए भटक रहे हैं, और सरकारें सिर्फ आंकड़ों और दावों में उलझी हुई हैं।
नड्डा का दावा: अनुच्छेद 370 से लेकर महिक्तिकरण तक
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 9 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार के कार्यों की सूची पेश की थी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश को दिखा दिया है कि असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।
नड्डा ने अनुच्छेद 370 को हटाने, जम्मू-कश्मीर में बढ़े चुनावी टर्नआउट, SC-ST-OBC वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं, महिलाओं की भागीदारी जैसे मुद्दों को गिनाया। उन्होंने कहा कि अब महिलाएं सेना में कमीशन पा रही हैं, सैनिक स्कूलों में दाखिला ले रही हैं और SHGs को बढ़ावा दिया जा रहा है।
अखिलेश ने उठाया रोजगार और महंगाई का मुद्दा
सपा प्रमुख ने नड्डा के दावों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार को यह जवाब देना चाहिए कि इतने वर्षों में बेरोजगारी क्यों बढ़ी, युवाओं को नौकरी क्यों नहीं मिली, और महंगाई पर लगाम क्यों नहीं लगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली और लखनऊ की सरकारों को सिर्फ प्रचार करना आता है, लेकिन धरातल पर काम नहीं होता। जनता को रोजमर्रा की समस्याओं का हल चाहिए, न कि सिर्फ बड़े-बड़े भाषण।