राजस्थान विधानसभा में जारी है रार, निलंबन के खिलाफ कांग्रेस विधायकों का धरना-प्रदर्शन

राजस्थान विधानसभा में जारी है रार, निलंबन के खिलाफ कांग्रेस विधायकों का धरना-प्रदर्शन
अंतिम अपडेट: 3 घंटा पहले

राजस्थान विधानसभा के बाहर कांग्रेस विधायकों ने अपने छह निलंबित साथियों के समर्थन में धरना शुरू कर दिया है। निलंबन के खिलाफ उनका विरोध तेज हो गया है, और इस दौरान विधायकों ने जोरदार नारेबाजी की। उनका आरोप है कि यह निलंबन राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है और राज्य सरकार द्वारा लोकतंत्र की प्रक्रिया को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। विरोध करने वाले विधायकों का कहना है कि इस कदम से लोकतांत्रिक मूल्यों पर संकट खड़ा हो गया है।

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राजस्थान विधानसभा में जारी गतिरोध के बीच कांग्रेस के छह विधायकों के निलंबन के विरोध में पार्टी के विधायक विधानसभा परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। इस धरने की अगुवाई कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा कर रहे हैं। धरने के दौरान कांग्रेस विधायक निलंबन को तत्काल रद्द करने और गतिरोध को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।

धरने पर बैठे विधायकों ने ‘अध्यक्ष महोदय न्याय करो’ और ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ जैसे नारे लगाए। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था, ‘इंदिरा जी का अपमान नहीं सहेगा राजस्थान’ और ‘भाजपा सरकार जवाब दो’। कांग्रेस नेता इस निलंबन को राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए भाजपा सरकार पर तानाशाही का आरोप लगा रहे हैं।

वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पार्टी इस मुद्दे पर केवल राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले को unnecessarily बढ़ा रही है। इसके अलावा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने दावा किया कि सरकार ने सदन में जानबूझकर गतिरोध बनाए रखा है क्योंकि मंत्री विपक्ष के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं और उनका प्रदर्शन भी खराब हो गया है।

अविनाश गहलोत के बयान से शुरू हुआ हंगामा

राजस्थान विधानसभा में गतिरोध बढ़ता ही जा रहा है, और इसका मुख्य कारण मंत्री अविनाश गहलोत की एक टिप्पणी बन गई है। बीते सप्ताह प्रश्नकाल के दौरान, जब कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास से संबंधित सवाल का जवाब दे रहे थे, तो गहलोत ने विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा, "2023-24 के बजट में भी आपने हर बार की तरह अपनी 'दादी' इंदिरा गांधी के नाम पर इस योजना का नाम रखा था।"

इस टिप्पणी के बाद सदन में तीव्र हंगामा हुआ, जिसके कारण कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस विधायकों ने इस टिप्पणी का कड़ा विरोध किया और सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया। कांग्रेस नेताओं ने इसे अपमानजनक और राजनीतिक तानाशाही करार दिया है, वहीं भाजपा ने कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।इस विवाद ने विधानसभा की कार्यवाही को प्रभावित किया है और फिलहाल स्थिति में कोई सुधार नजर नहीं आ रहा है।

एक सप्ताह से जारी है गतिरोध

राजस्थान विधानसभा में हंगामे के कारण कांग्रेस के छह विधायकों को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, रामकेश मीणा, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन, हाकम अली और संजय कुमार समेत अन्य कांग्रेस विधायकों के सदन में प्रदर्शन के बाद की गई।

कांग्रेस विधायकों ने मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणी पर माफी की मांग करते हुए और निलंबन को रद्द करने की अपील करते हुए विधानसभा में धरना दिया। इसके बाद, विपक्षी कांग्रेस ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया। इस गतिरोध का समाधान शुक्रवार से अब तक नहीं हो सका है, और स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है।

कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने जानबूझकर सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के लिए यह कदम उठाया, जबकि भाजपा इसे विपक्ष की राजनीतिक रणनीति और असहयोग का प्रयास करार दे रही है।

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