New Prime Minister of Canada: मार्क कार्नी बने कनाडा के नए प्रधानमंत्री, ट्रंप की धमकी और चुनावी चुनौतियों के बीच संभाली कमान

New Prime Minister of Canada: मार्क कार्नी बने कनाडा के नए प्रधानमंत्री, ट्रंप की धमकी और चुनावी चुनौतियों के बीच संभाली कमान
अंतिम अपडेट: 8 घंटा पहले

कनाडा में शुक्रवार को एक नया राजनीतिक अध्याय शुरू हुआ जब पूर्व केंद्रीय बैंक गवर्नर मार्क कार्नी ने देश के 24वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने जस्टिन ट्रूडो का स्थान लिया, जिन्होंने जनवरी 2025 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। 

टोरंटो: मार्क कार्नी ने शुक्रवार को कनाडा के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली है, जिन्होंने जनवरी में इस्तीफा देने वाले जस्टिन ट्रूडो की जगह ली है। कार्नी, जो पहले बैंक ऑफ कनाडा और बैंक ऑफ इंग्लैंड के प्रमुख रह चुके हैं, अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू किए गए व्यापार युद्ध, विलय के खतरे और संभावित आम चुनाव के बीच अपने देश को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। उम्मीद है कि आने वाले दिनों या हफ्तों में कार्नी आम चुनाव की घोषणा कर सकते हैं।

अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव के बीच मिली जिम्मेदारी

मार्क कार्नी को ऐसे समय में सत्ता संभालनी पड़ी है जब कनाडा और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडाई इस्पात और एल्युमीनियम पर 25% टैरिफ लगाने के बाद अब दो अप्रैल से सभी कनाडाई उत्पादों पर भारी शुल्क लगाने की घोषणा कर दी है। इसके अलावा, ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका का "51वां राज्य" बनाने तक की धमकी दे दी है, जिससे कनाडा में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली हैं।

शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री कार्नी ने दो टूक कहा, "कनाडा एक स्वतंत्र राष्ट्र है और रहेगा। हम कभी भी, किसी भी रूप में, अमेरिका का हिस्सा नहीं बनेंगे। हमारा इतिहास, संस्कृति और मूल मूल्य हमें अलग बनाते हैं।"

फ्रांस और ब्रिटेन की यात्रा से रणनीति मजबूत करेंगे कार्नी

कार्नी की पहली बड़ी विदेश यात्रा फ्रांस और ब्रिटेन होगी। उन्होंने घोषणा की कि वह जल्द ही फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर से मुलाकात करेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य व्यापार संबंधों को मजबूत करना और अमेरिकी प्रतिबंधों से बचने के लिए नए साझेदारों की तलाश करना है। उन्होंने कहा, "हमें अपने व्यापार भागीदारों में विविधता लानी होगी और अपने आर्थिक ढांचे को और अधिक सुरक्षित बनाना होगा।"

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप की आक्रामक व्यापार नीतियों के कारण कनाडा में लिबरल पार्टी को आगामी चुनावों में बढ़त मिल सकती है। हालांकि, कार्नी के पास राजनीति का ज्यादा अनुभव नहीं है, लेकिन उनकी आर्थिक समझ और वैश्विक वित्तीय संकटों से निपटने की क्षमता को देखते हुए उन्हें मजबूत नेता माना जा रहा है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे जल्द ही आम चुनावों की घोषणा कर सकते हैं।

नई सरकार में कौन-कौन?

कार्नी सरकार के मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरे और कुछ पुराने दिग्गज शामिल किए गए हैं। एफ. फिलिप शैम्पेन को नया वित्त मंत्री नियुक्त किया गया है, जबकि मेलानी जोली को विदेश मंत्री के पद पर बनाए रखा गया है। पूर्व उप-प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड को परिवहन और आंतरिक व्यापार मंत्री बनाया गया है। फ्रीलैंड, जो लिबरल पार्टी के नेतृत्व की दौड़ में कार्नी से पिछड़ गई थीं, अब उनकी सरकार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होंगी।

मार्क कार्नी का जन्म 16 मार्च 1965 को हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से प्राप्त की। कार्नी ने 2008-2013 के बीच बैंक ऑफ कनाडा और 2013-2020 के बीच बैंक ऑफ इंग्लैंड का नेतृत्व किया। वे पहले ऐसे गैर-ब्रिटिश नागरिक थे, जिन्हें बैंक ऑफ इंग्लैंड का गवर्नर बनाया गया था। उन्होंने वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान कनाडा की अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके अलावा, 2020 में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के जलवायु कार्रवाई एवं वित्तीय मामलों के विशेष दूत के रूप में कार्य किया।

नई सरकार की चुनौतियां

* अमेरिका के साथ व्यापारिक तनाव - ट्रंप की नीतियों का प्रभाव कनाडाई उद्योगों पर पड़ सकता है।
* आगामी आम चुनाव - उन्हें जल्द ही देश को चुनाव की ओर ले जाना पड़ सकता है।
* आर्थिक स्थिरता - वैश्विक मंदी के बीच कनाडा की अर्थव्यवस्था को संतुलित रखना एक बड़ी चुनौती होगी।
* नए व्यापार भागीदारों की तलाश - अमेरिका पर निर्भरता कम करने के लिए यूरोप और एशिया के देशों के साथ मजबूत संबंध बनाना होगा।

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