CUET Exam 2024: सीयूईटी एग्जाम में नया बदलाव, यूजीसी चेयरमैन ने दी महत्वपूर्ण जानकारी

CUET Exam 2024: सीयूईटी एग्जाम में नया बदलाव, यूजीसी चेयरमैन ने दी महत्वपूर्ण जानकारी
Last Updated: 18 घंटा पहले

कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) को लेकर यूजीसी चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। इनमें परीक्षा के पैटर्न में बदलाव, विषयों की संख्या में कटौती और समय सीमा में परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं। इन बदलावों का उद्देश्य छात्रों के लिए परीक्षा को और अधिक सुलभ और सरल बनाना हैं।

सीयूईटी परीक्षा में 13 भाषाओं में ही होगा आयोजन

सीयूईटी 2024 परीक्षा में इस साल भी पिछले वर्ष की तरह 13 भाषाओं में ही परीक्षा आयोजित की जाएगी। यूजीसी चेयरमैन ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि इस साल से 20 अतिरिक्त भाषाओं के पेपर को बंद कर दिया गया है। यानी अब केवल इन 13 भाषाओं में ही परीक्षा आयोजित होगी। यह फैसला छात्रों के लिए परीक्षा की आसानी को ध्यान में रखते हुए लिया गया हैं।

"सीयूईटी परीक्षा में हम सिर्फ 13 भाषाओं का ही इस्तेमाल करेंगे, और पिछले साल की तरह इन भाषाओं में परीक्षा का आयोजन होगा। साथ ही, 20 भाषाओं के पेपर को समाप्त कर दिया गया है," यूजीसी चेयरमैन ने कहा।

विषयों की संख्या में कटौती, अब 37 विषय होंगे

सीयूईटी 2024 के तहत इस साल परीक्षा में विषयों की संख्या में भी कटौती की गई है। पिछले साल जहां 63 विषयों के पेपर थे, वहीं इस साल इसे घटाकर 37 कर दिया गया है। इसके साथ ही, डोमेन-विशिष्ट विषयों की संख्या भी घटाई गई है। 29 डोमेन-विशिष्ट विषयों को घटाकर अब केवल 23 विषय ही रहेंगे। यह निर्णय छात्रों को अधिक विकल्प देने और परीक्षा को बेहतर तरीके से आयोजित करने के उद्देश्य से लिया गया हैं।

सभी पेपर के लिए 1 घंटे का समय

सीयूईटी 2024 में एक और महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि सभी विषयों के लिए अब 1 घंटे का समय निर्धारित किया जाएगा। पिछले साल विभिन्न विषयों के लिए अलग-अलग समय सीमा निर्धारित थी, लेकिन इस साल परीक्षा में सभी विषयों के लिए समान समय दिया जाएगा। इससे छात्रों को सभी पेपर के लिए समान समय मिलने के कारण समय प्रबंधन में आसानी होगी।

यूजीसी चेयरमैन ने कहा, "पिछले साल कुछ विषयों के लिए 45 मिनट और कुछ के लिए 60 मिनट का समय निर्धारित था, लेकिन इस साल सभी पेपर के लिए 1 घंटे का समय मिलेगा।"

50 प्रश्न अनिवार्य होंगे, पिछले साल से बदलाव

सीयूईटी 2024 में एक और बदलाव यह है कि इस बार सभी 50 प्रश्न अनिवार्य होंगे। पिछले साल परीक्षा में छात्रों को 50 में से 40 प्रश्नों का चयन करने का विकल्प था, लेकिन इस बार सभी 50 प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य होगा। यह बदलाव परीक्षा को अधिक चुनौतीपूर्ण बनाने के उद्देश्य से किया गया है, ताकि छात्रों की वास्तविक योग्यता का परीक्षण किया जा सके।

शिक्षक भर्ती में बदलाव

यूजीसी द्वारा जल्द ही फैकल्टी भर्ती के लिए नए नियम लागू किए जाने की योजना है। इस नए ड्राफ्ट के तहत, पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री धारकों को कॉलेज और विश्वविद्यालयों में फैकल्टी के तौर पर नियुक्त किया जा सकेगा। खासकर उन उम्मीदवारों को जिनका ध्यान उद्यमिता, स्टार्टअप्स और उद्योग में भागीदारी की ओर हैं।

यूजीसी चेयरमैन ने इस बदलाव की जानकारी देते हुए कहा, "नए नियमों के तहत, यदि किसी उम्मीदवार ने ग्रेजुएशन, पीजी और पीएचडी में अलग-अलग विषयों का अध्ययन किया है, तो भी उन्हें शिक्षक के रूप में नियुक्त किया जा सकता है।"

यूजीसी की ओर से किए गए ये बदलाव सीयूईटी परीक्षा को और अधिक पारदर्शी, सरल और सभी छात्रों के लिए समान रूप से सुलभ बनाने के लिए हैं। इन बदलावों के बाद परीक्षा का पैटर्न और समय प्रबंधन छात्रों के लिए थोड़ा आसान हो जाएगा। वहीं, शिक्षक भर्ती में आने वाले नए बदलावों से देश भर के कॉलेज और विश्वविद्यालयों में फैकल्टी की नियुक्ति प्रक्रिया में भी सुधार होगा।

इन बदलावों का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में अधिक गुणवत्ता और निष्पक्षता को बढ़ावा देना है। छात्रों को इन बदलावों की पूरी जानकारी लेनी चाहिए ताकि वे परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें।

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