पेरिस ओलंपिक-2024 में भारत ने अबतक कुल 6 मेडल जीते है। जिनमे पांच ब्रॉन्ज और एक सिल्वर मेडल शामिल है. अमन सेहरावत ने शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत की झोली में ब्रॉन्ज मेडल डाला है। भारत का कुश्ती खेलों में इस साल का पहला पदक हैं।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय पुरुष पहलवान अमन सेहरावत ने शुक्रवार (9 अगस्त) को भारत को पेरिस ओलंपिक-2024 में एक और ब्रॉन्ज मेडल दिलाया है। अमन ने 57 किलोग्राम भारवर्ग में डेब्यू मुकाबले में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। उन्होंने पोर्टे रिका के डारियान टोई क्रूज को 13-5 से करारी मात दी. भारत के लिए यह छठा मेडल था। विनेश फोगाट के अघोषित होने के बाद मेडल लग रहा था कि भारत पहली बार ओलंपिक खेलों में कुश्ती मुकाबले में बिना पदक हासिल किए वापस लौट जाएगा, लेकिन अमन ने दमदार खेल दिखाते हुए भारत की झोली को ब्रॉन्ज मेडल से भर दिया।
अमन ने शुरुआत से ही दिखाया दम
अमन सहरावत ने पेरिस ओलंपिक में अपने अभियान की शुरुआत दमदार तरीके से की और अपने विरोधी को खुद पर ज्यादा हावी नहीं होने दिया। ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में क्रूज ने ताकत के साथ पहला अंक हासिल लिया था. वह अमन को मैट से बाहर ले जाने में कामियाब हुए थे, लेकिन उसके बाद अमन ने शानदार तरीके से दो अंक लेकर मुकाबले में बढ़त बना ली।
उसके बाद क्रूज ने दो अंक हासिल करके 3-2 से बढ़त बना ली। इसके बाद भी अमन घबराए बिना शांति के साथ मुकाबला खेला। अमन ने दो अंक का दाव लगाया और 4-3 से एक बार फिर बढ़त बना ली। इसके बाद अमन ने अपने विरोधी को वापसी का कोई मौका नहीं दिया और लगातार अंक बटोरते हुए मुकाबला जीत लिया।
देश को समर्पित ये मेडल - अमन
अमन सहरावत ने जीते हुए ब्रॉन्ज मेडल को पूरे देश के नाम कर दिया। अमन ने मेडल जीतने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहां कि वह ये मेडल अपने देश और माता-पिता को समर्पित कर रहा हूँ। अमन का ये मेडल भारतीय कुश्ती का ओलंपिक में अबतक का सातवां मेडल है। बता दें भारत के लिए केडी जाधव ने साल 1952 ओलंपिक में पहला ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था।
इसके बाद सुशील कुमार ने बीजिंग ओलंपिक-2008 में ब्रॉन्ज, लंदन ओलंपिक-2012 में सिल्वर मेडल भारत की झोली में डाला था। लंदन ओलंपिक में योगेश्वर दत्त ने भारत को ब्रॉन्ज दिलाया। इनके अलावा साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक-2016 में ब्रॉन्ज, टोक्यो ओलंपिक-2020 में बजरंग पूनिया ने भारत को ब्रॉन्ज और रवि कुमार दहिया ने सिल्वर मेडल दिलाया था।