सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में दिल्ली और मणिपुर के मैच में कप्तान आयुष बदोनी ने एक दिलचस्प फैसला किया, जिससे सभी हैरान रह गए। उन्होंने मैच के दौरान एक अनोखा निर्णय लिया, जो चर्चा का विषय बन गया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: यह घटना भारतीय क्रिकेट में एक दिलचस्प और अनोखी स्थिति को दर्शाती है, जिसे टी20 क्रिकेट के इतिहास में पहली बार देखा गया। 29 नवंबर को सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के दौरान दिल्ली और मणिपुर के बीच हुए मैच में दिल्ली की टीम ने सभी 11 खिलाड़ियों से गेंदबाजी करवाई, जो एक रिकॉर्ड बन गया। इस मैच में दिल्ली के कप्तान आयुष बदोनी ने टीम के सभी खिलाड़ियों से गेंदबाजी करवाई, जिसमें खुद बदोनी भी शामिल थे।
यह घटना इसलिए खास है क्योंकि आमतौर पर टी20 क्रिकेट में गेंदबाजों का चयन काफी रणनीतिक रूप से किया जाता है और हर खिलाड़ी को अपनी विशेष भूमिका निभाने का अवसर मिलता है। लेकिन दिल्ली के कप्तान ने सभी खिलाड़ियों को गेंदबाजी का मौका देकर एक नई रणनीति अपनाई, जो दिलचस्प था और इसने टीम की सफलता में भी योगदान किया। दिल्ली ने यह मैच 4 विकेट से जीतकर यह सुनिश्चित किया कि उनका यह प्रयोग सफल था।
दिल्ली के 11 खिलाड़ियों ने की गेंदबाजी
यह मैच टी20 क्रिकेट के इतिहास में एक अनोखी घटना के रूप में दर्ज हो गया, जब दिल्ली की टीम के सभी 11 खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था, और इस दौरान कुल चार गेंदबाजों को विकेट मिले, जिनमें दिल्ली के कप्तान आयुष बदोनी भी शामिल थे, जिन्होंने एक विकेट लिया। मणिपुर की टीम पहले बल्लेबाजी करने आई और 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 120 रन ही बना सकी। दिल्ली की गेंदबाजी ने उन्हें कम स्कोर पर रोकने में अहम भूमिका निभाई, और सभी खिलाड़ियों ने मिलकर यह कमाल कर दिखाया।
दिल्ली की टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरुआत में थोड़ी मुश्किलें झेलीं, लेकिन ओपनर यश धुल ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 51 गेंदों पर नाबाद 59 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। दिल्ली ने 18.3 ओवर में 6 विकेट खोकर मणिपुर का 120 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया। कप्तान आयुष बदोनी ने भी 9 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 13 रन बनाए और टीम की जीत में योगदान दिया।