अक्टूबर के रंगीन त्योहार: दुर्गा पूजा, दशहरा और करवा चौथ से सजी सांस्कृतिक और धार्मिक धूम।

अक्टूबर के रंगीन त्योहार: दुर्गा पूजा, दशहरा और करवा चौथ से सजी सांस्कृतिक और धार्मिक धूम।
Last Updated: 21 सितंबर 2024

अक्टूबर 2024: त्योहारों की धूम, श्रद्धा और उल्लास का महीना

  • महात्मा गांधी जयंती (2 अक्टूबर 2024)

अक्टूबर की शुरुआत महात्मा गांधी जयंती से होगी, जिसे 2 अक्टूबर को पूरे देश में मनाया जाएगा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के अवसर पर विभिन्न स्थानों पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। देशभर में उनके अहिंसा और सत्याग्रह के संदेश को याद किया जाएगा। इस दिन लोग स्वच्छता अभियान में भाग लेते हैं और सरकारी संस्थानों में विशेष समारोहों का आयोजन किया जाता है।

  • शारदीय नवरात्रि (10 अक्टूबर से 18 अक्टूबर 2024)

अक्टूबर में शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 10 अक्टूबर से होगी, जो 18 अक्टूबर तक चलेगी। नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाएगी। देशभर में देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जाएगी। साथ ही, इस अवधि में उपवास और दुर्गा पूजा के विशेष अनुष्ठान होंगे।

  • दुर्गा नवमी (18 अक्टूबर 2024)

दुर्गा नवमी 18 अक्टूबर को मनाई जाएगी, जिसे नवरात्रि के नौवें और अंतिम दिन के रूप में जाना जाता है। इस दिन देवी दुर्गा की पूजा विशेष रूप से की जाती है। भक्तगण मंदिरों में जाकर माता की पूजा-अर्चना करेंगे और प्रसाद वितरित करेंगे। दुर्गा नवमी के साथ ही विजयदशमी (दशहरा) की तैयारियाँ शुरू हो जाएंगी।

  • विजयदशमी (दशहरा) (19 अक्टूबर 2024)

विजयदशमी या दशहरा, 19 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह दिन भगवान राम द्वारा रावण पर विजय प्राप्त करने का प्रतीक है। देशभर में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाएगा। रामलीला का आयोजन भी विभिन्न स्थानों पर होगा। इस दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया जाता है और लोग एक-दूसरे को मिठाइयाँ बाँटकर पर्व की शुभकामनाएँ देते हैं।

  • करवा चौथ (20 अक्टूबर 2024)

करवा चौथ, 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन विवाहित महिलाएँ अपने पति की लंबी आयु के लिए दिनभर का उपवास रखेंगी और चाँद देखने के बाद अपना व्रत तोड़ेंगी। करवा चौथ विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है और इस अवसर पर महिलाएँ पारंपरिक परिधान धारण करती हैं।

  • वाल्मीकि जयंती (17 अक्टूबर 2024)

महर्षि वाल्मीकि, जो रामायण के रचयिता और आदि कवि के रूप में प्रसिद्ध हैं, की वाल्मीकि जयंती 17 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन मंदिरों और वाल्मीकि आश्रमों में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन होगा। वाल्मीकि जयंती को समाज में शांति और सद्भाव का संदेश देने वाला पर्व माना जाता है।

  • शरद पूर्णिमा (28 अक्टूबर 2024)

अक्टूबर के अंत में, शरद पूर्णिमा का पर्व 28 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन को विशेष रूप से चाँद की पूजा के लिए जाना जाता है और इसे स्वास्थ्य, धन, और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस रात को लोग खुले आसमान के नीचे खीर बनाकर रखते हैं और अगले दिन प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं।

 

अक्टूबर 2024 में त्योहारों की यह धूम पूरे देश में उत्साह और श्रद्धा का माहौल बनाएगी। यह महीना धार्मिक अनुष्ठानों, सांस्कृतिक उत्सवों, और समाज में एकता और प्रेम का संदेश लेकर आएगा।

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