हर साल 6 मार्च को नेशनल ड्रेस डे मनाया जाता है, जो फैशन, स्टाइल और यादगार पलों का प्रतीक है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य उन खास मौकों को संजोना है, जब एक ड्रेस ने किसी की जिंदगी के अहम लम्हों को और भी खास बना दिया।
एशले लॉरेन की पहल, खास पलों की पहचान
यह दिवस फैशन डिजाइनर एशले लॉरेन की पहल पर शुरू किया गया, जिन्होंने इस दिन को अपनी उन यादों से जोड़ा जब उन्होंने अलग-अलग अवसरों पर खास ड्रेस पहनी थी। लॉरेन के अनुसार, "हर ड्रेस एक कहानी बयां करती है – प्रोम नाइट से लेकर पहले इंटरव्यू, डेट, या किसी बड़े इवेंट तक। यह दिन उन्हीं अनमोल पलों को फिर से जीने का अवसर है।"
इतिहास के पन्नों में ड्रेस की अहमियत
11वीं सदी: इस दौर में महिलाओं के परिधान अधिक आकर्षक और शरीर के अनुरूप बनने लगे।
1926: लिटिल ब्लैक ड्रेस ने फैशन की दुनिया में तहलका मचाया, जब चैनल ब्रांड की ड्रेस ‘वोग’ मैगज़ीन के कवर पर छपी।
फरवरी 2000: जेनिफर लोपेज ने ग्रैमी अवॉर्ड्स में ग्रीन सिल्क शिफॉन वर्साचे ड्रेस पहनकर सुर्खियां बटोरीं।
2011: एशले लॉरेन ने अपना फॉर्मल ड्रेस ब्रांड ASHLEYlauren लॉन्च किया, जिसने इस दिवस को और भी खास बना दिया।
कैसे मनाया जाता है National Dress Day
सोशल मीडिया पर ट्रेंड: #NationalDressDay के साथ लोग अपनी पसंदीदा ड्रेस में तस्वीरें साझा करते हैं।
फैशन ब्रांड्स के ऑफर्स: कई ब्रांड इस मौके पर स्पेशल डिस्काउंट और कलेक्शन लॉन्च करते हैं।
स्टाइल इवेंट्स और वर्कशॉप्स: फैशन इंडस्ट्री से जुड़े लोग इस अवसर पर ड्रेस डिजाइनिंग और स्टाइलिंग से जुड़े सेशन आयोजित करते हैं।
फैशन से ज्यादा, यह दिन यादों का उत्सव
नेशनल ड्रेस डे सिर्फ एक कपड़े को सेलिब्रेट करने का दिन नहीं, बल्कि उन लम्हों को भी याद करने का मौका है, जब एक खास ड्रेस ने आत्मविश्वास और खूबसूरती को नया आयाम दिया। हर ड्रेस की अपनी एक कहानी होती है, और यही इसे खास बनाती है।