हर साल सितंबर के आखिरी रविवार को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य दिल की बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाना और लोगों को सही जानकारी प्रदान करना है। इस अवसर पर, हम आपको हार्ट अटैक के कुछ महत्वपूर्ण लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी पहचान करके आप समय पर आवश्यक कदम उठा सकते हैं और अपनी जान बचा सकते हैं।
सितंबर के आखिरी रविवार को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है।
यह दिन दिल की बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है।
हार्ट अटैक के कुछ सामान्य लक्षणों की पहचान करके आप अपनी जान बचाने में मदद कर सकते हैं।
हार्ट अटैक के संकेत: हमारी लाइफस्टाइल इतनी व्यस्त हो गई है कि तनाव, अनहेल्दी स्लीपिंग हैबिट्स और खराब खान-पान हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गए हैं। काम के दबाव में हम अपनी सेहत का ध्यान रखना भूल जाते हैं। अधिक हासिल करने की चाह में न तो हम रात को पूरी नींद ले पाते हैं और न ही अपनी डाइट का ध्यान रखते हैं। इसके परिणामस्वरूप दिल से जुड़ी बीमारियाँ, जैसे हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, हार्ट फेलियर और स्ट्रोक जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
इन बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल सितंबर के आखिरी रविवार को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। इस साल, यह दिन 29 सितंबर 2024 को मनाया जाएगा। इस अवसर पर आइए जानें कुछ ऐसे लक्षण जो हार्ट अटैक का संकेत देते हैं। इन लक्षणों की जल्दी पहचान करके आप समय पर चिकित्सा सहायता ले सकते हैं।
हार्ट अटैक क्यों होता है (Heart Attack) ?
हार्ट अटैक, जिसे दिल का दौरा भी कहा जाता है, एक जानलेवा स्थिति हो सकती है। यह तब होता है जब दिल तक रक्त पहुँचाने वाली आर्टरी ब्लॉक हो जाती है। इस स्थिति में दिल में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है, जिससे हार्ट मसल्स मरने लगते हैं। जब मांसपेशियाँ सही तरीके से कार्य नहीं कर पातीं, तो दिल रक्त पंप नहीं कर पाता, और परिणामस्वरूप हार्ट अटैक होता है। हालांकि हार्ट अटैक अचानक भी हो सकता है, लेकिन आमतौर पर इसके कुछ लक्षण होते हैं जिन्हें लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो जाती है। इन लक्षणों पर ध्यान देकर आप समय पर डॉक्टर की मदद ले सकते हैं।
हार्ट अटैक के लक्षण (Symptoms of Heart Attack)
सीने में दर्द या असुविधा: यह सबसे सामान्य लक्षण है, लेकिन हमेशा यह तेज दर्द के रूप में नहीं होता। दर्द एक दबाव या निचोड़ने वाली sensation के जैसा हो सकता है। यह अक्सर बांहों, कंधों, गर्दन, जबड़े या पीठ तक फैल सकता है।
थकान: अचानक या असामान्य थकान, खासकर जब आप सामान्य गतिविधियों में शामिल होते हैं, हार्ट अटैक का संकेत हो सकती है।
सिरदर्द: बिना किसी स्पष्ट कारण के सिरदर्द भी एक संकेत हो सकता है।
सांस लेने में कठिनाई: आराम करते समय सांस लेने में तकलीफ या सांस फूलना, हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
चक्कर आना या बेहोशी: अचानक चक्कर आना या बेहोशी का अनुभव भी हार्ट अटैक से जुड़ा हो सकता है।
मतली या उल्टी: कुछ लोगों को हार्ट अटैक से पहले मतली या उल्टी का अनुभव हो सकता है।
पसीना आना: अचानक ठंडा पसीना आना भी हार्ट अटैक का एक संकेत हो सकता है।
दर्दनाक मांसपेशियों में ऐंठन: कुछ लोगों को हार्ट अटैक से पहले पैरों की मांसपेशियों में ऐंठन का अनुभव हो सकता है, जिसमें काफी दर्द होता है।
हार्ट अटैक एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, और इसके संकेतों को पहचानना बेहद महत्वपूर्ण है। यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करते हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और नियमित स्वास्थ्य जांच कराकर आप दिल की बीमारियों से बच सकते हैं। याद रखें, समय पर ध्यान देना जीवन को बचा सकता है। अपनी और अपने प्रियजनों की सेहत का ख्याल रखें!