इन लोगों के लिए पपीता है हानिकारक, सेवन से बढ़ सकती हैं स्वास्थ्य समस्याएँ

इन लोगों के लिए पपीता है हानिकारक, सेवन से बढ़ सकती हैं स्वास्थ्य समस्याएँ
Last Updated: 3 घंटा पहले

पपीता के दुष्प्रभाव: पपीता स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है, लेकिन कुछ बीमारियों में इसका सेवन नुकसानदायक हो सकता है। आइए जानते हैं कि पपीता का सेवन किन लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है।

पपीता स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है, लेकिन यह सभी के लिए फायदेमंद नहीं होता। कुछ लोगों को पपीता नुकसान भी पहुंचा सकता है। पपीते में कई मिनरल होते हैं जो सेहतमंद रखने में मदद करते हैं, और फाइबर की भरपूर मात्रा इसे पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखने में सहायक बनाती है।

इसका सेवन वजन को नियंत्रित करने और घटाने में मदद कर सकता है। डायबिटीज, हृदय और कैंसर के मरीजों के लिए पपीता अत्यधिक फायदेमंद होता है। हालांकि, कुछ बीमारियों में पपीता का सेवन मना किया जाता है। ऐसे लोगों के लिए पपीता खाने से परेशानी हो सकती है।

इन लोगों को पपीता का सेवन करने से बचना चाहिए

किडनी में पथरी से पीड़ित: यदि आपकी किडनी में पथरी है, तो आपको पपीता से परहेज करना चाहिए। पपीते में उच्च मात्रा में विटामिन सी होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। पपीते का अधिक सेवन किडनी में पथरी की समस्या को बढ़ा सकता है। इससे कैल्शियम ऑक्सलेट की कंडीशन पैदा हो सकती है, जो किडनी के स्टोन को और बड़ा कर सकती है।

हाइपोग्लाइसीमिया वाले लोग: डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए पपीता फायदेमंद होता है, क्योंकि यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करता है। लेकिन जिन लोगों का ब्लड शुगर स्तर पहले से ही कम है, उन्हें पपीता नहीं खाना चाहिए। अर्थात, जो लोग हाइपोग्लाइसीमिया से ग्रस्त हैं, उन्हें पपीते से परहेज करना चाहिए। इसका सेवन हार्टबीट को तेज कर सकता है या शरीर में कंपन की समस्या पैदा कर सकता है।

हार्टबीट कम-ज्यादा हो सकती है: पपीता को सामान्यतः हृदय के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन यदि आपको असामान्य हार्टबीट की समस्या है, तो आपको पपीता नहीं खाना चाहिए। एक शोध में यह पाया गया है कि पपीता में साइनोजेनिक ग्लाइकोसाइड होता है, जो एक प्रकार का अमीनो एसिड है। यह पाचन तंत्र में हाइड्रोजन सायनाइड का उत्पादन कर सकता है। यदि आप असामान्य हार्टबीट से परेशान हैं, तो पपीता का सेवन आपके लिए खतरनाक हो सकता है।

प्रेगनेंसी के दौरान: गर्भवती महिलाओं को पपीता खाने की सलाह नहीं दी जाती है। इसका मुख्य कारण यह है कि पपीते में लेटक्स होता है, जो गर्भाशय के संकुचन को ट्रिगर कर सकता है। इससे समय से पहले बच्चे के जन्म का खतरा बढ़ सकता है। पपीते में मौजूद पपैन को शरीर प्रोस्टाग्लैंडीन के रूप में पहचान सकता है, जिससे आर्टिफिशियली लेबर पेन उत्पन्न हो सकते हैं। इसके अलावा, पपीता खाने से भ्रूण को सपोर्ट करने वाली झिल्ली कमजोर हो सकती है।

एलर्जी वाले लोगों को: पपीता उन व्यक्तियों को नहीं खाना चाहिए जो किसी प्रकार की एलर्जी से पीड़ित हैं। पपीते में एक एंजाइम होता है जिसे चिटिनेज कहा जाता है, जो लेटेक्स पर क्रॉस रिएक्शन कर सकता है। इससे छींक आना, सांस लेने में कठिनाई, खांसी, या आंखों से संबंधित समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।

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