नींद हमारे शरीर के लिए उतनी ही जरूरी है जितनी सांसें लेना। पर्याप्त नींद न लेने से न केवल मानसिक सेहत प्रभावित होती है, बल्कि यह दिल पर भी गहरा प्रभाव डाल सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने यह पाया है कि नींद की कमी से दिल के रोगों का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानते हैं कि कैसे कम नींद दिल की सेहत पर बुरा असर डालती है और एक्सपर्ट्स इस पर क्या कहते हैं।
ब्लड प्रेशर में वृद्धि
नींद की कमी से शरीर में तनाव बढ़ जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर ऊपर जाता है। हाई ब्लड प्रेशर दिल के लिए नुकसानदायक है और इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। नियमित और पर्याप्त नींद लेने से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
इन्फ्लेमेशन (सूजन) में बढ़ोतरी
एक्सपर्ट्स का मानना है कि नींद की कमी से शरीर में सूजन बढ़ जाती है, जिससे दिल की रक्त वाहिनियां प्रभावित हो सकती हैं और इससे कोरोनरी आर्टरी डिजीज का खतरा बढ़ सकता है। रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी नींद सूजन को नियंत्रित रखने में सहायक है।
कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर का असंतुलन
कम नींद लेने से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है और ब्लड शुगर असंतुलित हो सकता है। इससे हृदय रोग और टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम बढ़ता है। अपनी नींद को नियमित रखकर कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर के स्तर को संतुलित रखा जा सकता है।
तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) का बढ़ना
जब नींद पूरी नहीं होती है, तो शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे दिल पर अधिक दबाव पड़ता है और रक्त वाहिनियों को नुकसान पहुंचता है। पर्याप्त नींद से कोर्टिसोल के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है, जिससे दिल की सेहत बेहतर रहती है।
असामान्य दिल की धड़कन (एरिथमिया)
एक्सपर्ट्स के अनुसार, नींद की कमी से दिल की धड़कन असामान्य हो सकती है, जिसे एरिथमिया कहते हैं। इससे दिल की बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। नियमित और गहरी नींद एरिथमिया के जोखिम को कम कर सकती है।
मोटापा और दिल का स्वास्थ्य
नींद की कमी से भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं, जिससे भूख बढ़ जाती है और वजन बढ़ने का खतरा होता है। मोटापा दिल की सेहत के लिए हानिकारक है और दिल की बीमारियों का एक बड़ा कारण बनता है। अपनी नींद के घंटे बढ़ाकर और नियमित समय पर सोकर वजन को नियंत्रित रखा जा सकता है।
इम्यून सिस्टम पर प्रभाव
कम नींद से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे संक्रमण और सूजन की संभावना बढ़ जाती है। कमजोर इम्यून सिस्टम हृदय रोगों के खतरे को भी बढ़ा सकता है। बेहतर नींद से इम्यून सिस्टम मजबूत बना रहता है, जो दिल की सेहत के लिए लाभकारी है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, नींद की कमी दिल के लिए कई तरह से हानिकारक हो सकती है। कम नींद से दिल के रोगों का खतरा बढ़ जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर, सूजन, कोलेस्ट्रॉल और शुगर का असंतुलन जैसे जोखिम पैदा होते हैं। इसीलिए, दिल की सेहत बनाए रखने के लिए हर दिन 7-8 घंटे की पर्याप्त और गहरी नींद लेना आवश्यक है।