प्रोटीन पाउडर के बढ़ते इस्तेमाल को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स ने गंभीर चेतावनी दी है। उनका मानना है कि प्रोटीन मांसपेशियों और हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक होता है, लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। खासकर, कई लोग इसे हेल्दी विकल्प समझ कर अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं, जबकि ये हमेशा स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित नहीं होते।
ऑक्सफॉर्ड इंग्लिश पोर्टल में प्रकाशित एक आर्टिकल के मुताबिक, ब्रिघम और महिला हॉस्पिटल की पोषण डिपार्टमेंट की निदेशक कैथी मैकमैनस ने कहा कि प्रोटीन पाउडर का उपयोग कुछ विशेष मामलों में और पर्यवेक्षण के साथ ही किया जाना चाहिए।
उनका कहना है कि अत्यधिक प्रोटीन का सेवन शरीर को अंदर से खोखला कर सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है।
इसके साथ ही, देश में नकली बॉडी-बिल्डिंग सप्लीमेंट्स का बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है, खासकर इंडिया के ग्रे मार्केट में। नकली प्रोटीन पाउडर में हानिकारक तत्व और संदूषक हो सकते हैं, जो आपके स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि प्रोटीन पाउडर का अत्यधिक सेवन केवल मांसपेशियों के लिए ही नहीं, बल्कि आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए भी खतरे की घंटी हो सकता है।
चीनी और कैलोरी
कुछ प्रोटीन पाउडर में अतिरिक्त चीनी की अधिक मात्रा मिलाई जाती है, जो न केवल वजन बढ़ा सकती है बल्कि रक्त शर्करा में अस्वस्थ वृद्धि का कारण भी बन सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन पाउडर्स का अधिक सेवन शरीर में कैलोरी का अतिरिक्त सेवन करता है, जिससे मोटापे का खतरा बढ़ सकता है। इसके साथ ही, ज्यादा चीनी से रक्त शर्करा का स्तर असंतुलित हो सकता है, जो दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रोटीन पाउडर का चयन करते समय उनके पोषण तथ्यों की सही तरह से जांच पड़ताल करना जरूरी है, खासकर चीनी की मात्रा को ध्यान में रखते हुए।
पाउडर में जहरीली चीजें
विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ प्रोटीन पाउडर में भारी धातुएं, बिस्फेनॉल-ए (BPA), कीटनाशक और अन्य संदूषक हो सकते हैं, जो शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
काफी ज्यादा प्रोटीन
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि प्रोटीन की अनुशंसित मात्रा से अधिक सेवन करने से शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं। इससे हड्डियों में कैल्शियम की कमी हो सकती है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। साथ ही, यह गुर्दे और यकृत पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि प्रोटीन का सेवन संतुलित और सही मात्रा में किया जाना चाहिए, ताकि शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
दिल और स्ट्रोक का जोखिम
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक प्रोटीन से भरपूर आहार दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि प्रोटीन सप्लीमेंट्स का सेवन किया जाए। फलियां, नट्स और सोया उत्पाद जैसे संपूर्ण खाद्य पदार्थों से आप मांसपेशियों का निर्माण कर सकते हैं। संतुलित और पौष्टिक आहार अपनाकर बिना किसी स्वास्थ्य जोखिम के आप अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं।
किडनी की बीमारी का खतरा
प्रोटीन पाउडर का अत्यधिक सेवन किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। जब कोई व्यक्ति अधिक मात्रा में प्रोटीन लेता है, तो उसका शरीर बड़ी मात्रा में यूरिया का उत्पादन करता है, जो किडनी पर उच्च दबाव डालता है। किडनी यूरिया और कैल्शियम को रक्त से छानने का कार्य करती है, लेकिन लंबे समय तक अधिक प्रोटीन सेवन करने से किडनी विकारों का खतरा बढ़ सकता है। इससे गुर्दे की पथरी और किडनी की विफलता जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कैंसर की बीमारी
कई प्रोटीन पाउडर ब्रांड्स में भारी मात्रा में धातुएं पाई जाती हैं, जो कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती हैं। इसलिए, इन पाउडर्स का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए।
बजन बढ़ने के कारण
प्रोटीन पाउडर का अत्यधिक सेवन वजन बढ़ा सकता है। जरूरत से ज्यादा प्रोटीन शरीर में वसा का संचय बढ़ा सकता है, जिससे वजन में अप्रत्याशित वृद्धि होती है। यह एक नकारात्मक संकेत है और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी नहीं है।