बादाम सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं, लेकिन फिर भी बहुत कम लोग इसे अपनी रोज़मर्रा की डाइट में शामिल करते हैं। बाज़ार में बादाम कच्चे और रोस्टेड दोनों रूपों में आसानी से उपलब्ध होते हैं, जिन्हें आप लंबे समय तक स्टोर कर सकते हैं। इसके अलावा बादाम का दूध, तेल और मक्खन भी बनाया जाता है, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं।
रोज़ाना बादाम खाने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं, जैसे कि मस्तिष्क तेज़ होता है, हड्डियां मजबूत होती हैं, हृदय स्वस्थ रहता है और त्वचा में निखार आता है। इनमें प्रोटीन, फाइबर, हेल्दी फैट्स, विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ इम्यूनिटी भी बढ़ाते हैं। इसलिए, अगर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो रोज़ाना अपनी डाइट में बादाम को जरूर शामिल करें।
बादाम को डाइट में शामिल करने की 8 अहम वजह
1. ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है – बादाम में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है और हेल्दी फैट्स, प्रोटीन व फाइबर अधिक होते हैं, जिससे यह डायबिटीज़ के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
2. कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है – बादाम का नियमित सेवन शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बनाए रखता है, जिससे हृदय स्वस्थ रहता है।
3. वजन घटाने में सहायक – बादाम में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो मेटाबॉलिज़्म को तेज़ करते हैं। यह लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे अनावश्यक भोजन से बचा जा सकता है और वजन नियंत्रण में रहता है।
4. त्वचा के लिए लाभकारी – बादाम में मौजूद फ्लेवोनॉइड्स त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं और बढ़ती उम्र के असर को कम करते हैं। यही कारण है कि कई स्किन केयर प्रोडक्ट्स में बादाम का उपयोग किया जाता है।
5. मस्तिष्क की सेहत के लिए फायदेमंद – बादाम में मौजूद पोटेशियम और अन्य पोषक तत्व मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं और याददाश्त को तेज़ करने में मदद करते हैं।
6. हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मददगार – बादाम में आयरन, कॉपर और विटामिन्स होते हैं, जो शरीर में खून की कमी (अनीमिया) को दूर करने में सहायक होते हैं।
7. एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर – बादाम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करने में मदद करते हैं, जिससे कैंसर जैसी बीमारियों और समय से पहले बुढ़ापे के प्रभाव को रोका जा सकता है।
8. हड्डियों को मजबूत करता है – बादाम में मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों को मज़बूत बनाने में मदद करते हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का खतरा कम होता है।
राष्ट्रीय बादाम दिवस का इतिहास
राष्ट्रीय बादाम दिवस उन शक्तिशाली मेवों के प्रति आभार प्रकट करने और उन्हें अपने जीवन में शामिल करने की आदत डालने के लिए मनाया जाता है। बादाम दुनिया के सबसे पुराने खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है, जिसका उल्लेख बाइबिल में भी मिलता है। इसकी उत्पत्ति को लेकर मतभेद हैं, लेकिन ऐसा माना जाता है कि इसकी खेती सबसे पहले चीन और मध्य एशिया में हुई थी। सिल्क रोड के व्यापारी लंबी यात्राओं के दौरान ऊर्जा के लिए बादाम खाते थे, जिससे यह धीरे-धीरे यूरोप, स्पेन और इटली तक फैल गया।
1700 के दशक के मध्य में फ्रांसिस्कन पादरियों द्वारा बादाम को अमेरिका लाया गया, लेकिन वहां इसकी खेती की शुरुआत में असफल रही। 1800 के दशक के अंत तक, कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो और सैन जोकिन क्षेत्रों में बादाम का उत्पादन सफलतापूर्वक होने लगा, और आज कैलिफोर्निया दुनिया का सबसे बड़ा बादाम उत्पादक क्षेत्र बन गया है। बादाम का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व भी है। प्राचीन रोम में इसे प्रजनन क्षमता का प्रतीक माना जाता था और शादियों में उपहार स्वरूप दिया जाता था। बाइबिल में भी बादाम को एक दिव्य संकेत माना गया हैं।
आज भी शादियों में चीनी या फ्रॉस्टेड बादाम सौभाग्य और समृद्धि के प्रतीक के रूप में दिए जाते हैं। राष्ट्रीय बादाम दिवस का उद्देश्य लोगों को बादाम के स्वास्थ्य लाभों के प्रति जागरूक करना और उन्हें अपनी दैनिक डाइट में शामिल करने के लिए प्रेरित करना हैं।