सर्दी के मौसम में सेहत पर असर डालने वाली कई गंभीर बीमारियां सामने आती हैं। इस दौरान सांस संबंधित समस्याएं और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं, जिनमें लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।
निमोनिया (Pneumonia)
सर्दियों में निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। यह फेफड़ों की गंभीर बीमारी है, जो जानलेवा हो सकती है। ठंड के मौसम में वायरल, बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन, धूम्रपान और प्रदूषण की वजह से इसका खतरा बढ़ता है। इसके लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए, क्योंकि बच्चों को इस बीमारी का ज्यादा खतरा होता है।
हार्ट डिजीज (Heart Disease)
सर्दियों में दिल की बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। ठंड के कारण रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं, जिससे दिल पर ज्यादा दबाव पड़ता है। इस दौरान जरा सी लापरवाही से हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट फेलियर जैसी जानलेवा समस्याएं हो सकती हैं।
अस्थमा (Asthma)
सर्दी में अस्थमा के मरीजों को अधिक परेशानी होती है। ठंडी हवा सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकती है। अस्थमा से छाती में दर्द, खांसी, थकान, कमजोरी और हार्ट रेट में बदलाव हो सकता है, जो गंभीर और खतरनाक हो सकता है।
डेंगू (Dengue)
बारिश के बाद भी सर्दी में डेंगू के मच्छर सक्रिय रहते हैं, जिससे डेंगू का खतरा बढ़ सकता है। यदि इस बीमारी में लापरवाही बरती जाए तो प्लेटलेट्स की मात्रा बहुत कम हो सकती है, जिससे गंभीर ब्लीडिंग हो सकती है, जो जानलेवा हो सकती है।
सर्दियों में सेहत बचाने के आसान उपाय
- सर्दी से बचने के लिए हमेशा गर्म कपड़े पहनें, खासकर सिर, हाथ और पैर को ढककर रखें।
- विटामिन C और D से भरपूर फल और सब्जियां खाएं, ताकि इम्यूनिटी मजबूत रहे।
- सर्दियों में भी पर्याप्त पानी पिएं, शरीर को हाइड्रेटेड रखें।
- हलका व्यायाम या योग करें, ताकि शरीर गर्म रहे और इम्यूनिटी बेहतर हो।
- सर्दियों में धूम्रपान से बचें, क्योंकि यह श्वास संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकता है।
- हाथ धोते रहें और मास्क पहनें, ताकि बैक्टीरिया और वायरस से बचा जा सके।
- सर्दी में ठंडी चीजों या कोल्ड ड्रिंक्स से बचें, ये सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं।
- सर्दी, खांसी या बुखार के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।