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वर्कहॉलिज्म (Workaholism) यानी काम का जुनून अक्सर केवल लंबे समय तक काम करने से नहीं पहचाना जा सकता। इसके कई अन्य संकेत होते हैं, जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं। आइए जानते हैं उन लक्षणों के बारे में, जिनसे वर्कहॉलिज्म की पहचान की जा सकती है:
वर्कहॉलिज्म के प्रमुख लक्षण
1. लगातार तनाव और बेचैनी का अनुभव
• अगर आप काम से दूर होते हुए भी तनाव में रहते हैं और हमेशा अगले काम के बारे में सोचते हैं, तो यह वर्कहॉलिज्म का संकेत हो सकता है।
2. निजी जीवन पर काम का हावी होना
• आप काम में इतना डूबे रहते हैं कि परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का अवसर भी छोड़ देते हैं। इससे रिश्तों पर असर पड़ता है।
3. आराम करने पर अपराधबोध
• यदि आप आराम करने या छुट्टी लेने पर गिल्ट महसूस करते हैं, तो यह दर्शाता है कि आप मानसिक रूप से काम से जकड़े हुए हैं।
4. स्वास्थ्य की अनदेखी
• वर्कहॉलिक्स अक्सर नींद की कमी, अनियमित खानपान और व्यायाम न करने जैसी आदतों को अपनाते हैं, जिससे उनकी सेहत बिगड़ती है।
5. काम की नाकामयाबी को व्यक्तिगत नाकामी मानना
• यदि काम में विफलता होने पर आप व्यक्तिगत असफलता महसूस करते हैं और उससे उबरने में कठिनाई होती है, तो यह वर्कहॉलिज्म का संकेत है।
6. लगातार नई जिम्मेदारियां लेना
• बिना जरूरत के हर नए प्रोजेक्ट में शामिल होना और काम खत्म न होने पर भी ब्रेक न लेना इस आदत का हिस्सा है।
7. सोशल लाइफ और शौक की कमी
• काम के अलावा शौक और सामाजिक गतिविधियों में रुचि खत्म हो जाती है, जिससे व्यक्ति धीरे-धीरे खुद को अलग-थलग महसूस करने लगता है।
वर्कहॉलिज्म के प्रभाव
वर्कहॉलिज्म मानसिक तनाव, बर्नआउट, अवसाद, और स्वास्थ्य समस्याओं जैसे हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकता है। रिश्तों में दूरियां बढ़ती हैं और व्यक्ति अपने जीवन में संतुलन खो देता है।
वर्कहॉलिज्म से बचाव के उपाय
• काम और जीवन में संतुलन बनाएं।
• नियमित रूप से छुट्टियों का आनंद लें।
• परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं।
• मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए थेरेपी या काउंसलिंग पर विचार करें।
वर्कहॉलिज्म का समय रहते पहचानना और उससे बचना जरूरी है, ताकि आप स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकें।