World Prematurity Day 2024: समय से पहले जन्म की चुनौतियों और वैश्विक जागरूकता का महत्व और इस साल की थीम

World Prematurity Day 2024: समय से पहले जन्म की चुनौतियों और वैश्विक जागरूकता का महत्व और इस साल की थीम
Last Updated: 2 घंटा पहले

हर साल 17 नवंबर को विश्व समयपूर्व जन्म दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य समयपूर्व जन्म के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य समयपूर्व जन्म से जुड़ी समस्याओं, मौतों, चुनौतियों और इनसे बचने के किफायती उपायों के बारे में जानकारी फैलाना हैं।

World Prematurity Day का महत्व

समयपूर्व जन्म उन नवजात शिशुओं को कहा जाता है जो गर्भावस्था के 37 सप्ताह से पहले जन्म लेते हैं। समयपूर्व जन्म नवजात शिशुओं में मृत्यु का प्रमुख कारण बन चुका है और इसके चलते अस्पताल में भर्ती होने के मामलों की संख्या भी बढ़ रही है। 1000 ग्राम से कम वजन वाले समयपूर्व शिशुओं की मृत्यु के प्रमुख कारणों में श्वसन विफलता, संक्रमण और जन्मजात विकृतियां शामिल हैं।

समयपूर्व जन्म का कारण विभिन्न हो सकते हैं, जिनमें प्राकृतिक कारणों के साथ-साथ संक्रमण या गर्भावस्था से जुड़ी अन्य समस्याएं भी शामिल हैं। यह भी देखा गया है कि निम्न आय वाले देशों में समयपूर्व जन्म और शिशु मृत्यु दर उच्च होती है, जबकि उच्च आय वाले देशों में यह दर कम होती है, लेकिन फिर भी वहां जातीयता, गरीबी और स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच में असमानताएं देखने को मिलती हैं।

समयपूर्व जन्म की कठिनाइयों पर जागरूकता

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में दुनिया भर में लगभग 1.34 करोड़ बच्चे समय से पहले पैदा हुए थे, जिनमें से करीब 10 लाख बच्चों की समयपूर्व जन्म के कारण मृत्यु हो गई। समयपूर्व जन्म शिशु मृत्यु का प्रमुख कारण बन चुका है और यह पांच साल से कम उम्र के बच्चों में होने वाली सभी मौतों का पांचवां हिस्सा हैं।

समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों को जीवन भर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें विकलांगता और विकास संबंधी देरी का अधिक जोखिम रहता है। विश्व समयपूर्व जन्म दिवस का मुख्य उद्देश्य इस पर जागरूकता फैलाना और समय से पहले जन्म की घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाना हैं।

World Prematurity Day 2024 की थीम

"हर साल 130 लाख से अधिक बच्चे समय से पहले पैदा होते हैं। हर जगह गुणवत्तापूर्ण देखभाल तक पहुँच!"

यह थीम समयपूर्व जन्म से जुड़ी चुनौतियों और जोखिमों पर ध्यान आकर्षित करती है, साथ ही समयपूर्व जन्म से प्रभावित बच्चों और उनके परिवारों के लिए बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, नीतियों और सहायता प्रणालियों की आवश्यकता पर जोर देती हैं।

पिछले सालों की थीम

2023: छोटे कार्य, बड़ा प्रभाव – हर जगह हर बच्चे के लिए तत्काल त्वचा से त्वचा की देखभाल

2022: त्वचा से त्वचा के संपर्क को बढ़ावा देना

2021: जीरो सेपरेशन - अभी कदम उठाएँ! माता-पिता और समय से पहले जन्मे बच्चों को एक साथ रखें

2020: एक साथ – समय से पहले जन्मे बच्चों के लिए भविष्य की देखभाल

2019: बहुत जल्दी जन्म: सही देखभाल, सही समय पर, सही जगह

विश्व समयपूर्व जन्म दिवस का इतिहास

2008 में, यूरोपीय फाउंडेशन (EFCNI) ने विश्व समयपूर्व जन्म दिवस की शुरुआत की थी। इसका मुख्य उद्देश्य समयपूर्व जन्मों से होने वाली समस्याओं को उजागर करना और समयपूर्व प्रसव से निपटने के लिए किफायती और प्रभावी उपचार उपलब्ध कराना था। इसके अलावा, इस दिवस का उद्देश्य समयपूर्व जन्म से प्रभावित परिवारों के प्रति सहानुभूति और समझ फैलाना था।

समयपूर्व जन्म के लिए निवारक कदम

* गर्भवती महिला को समय-समय पर डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।

* संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से गर्भावस्था को सुरक्षित रखा जा सकता हैं।

* दीर्घकालिक स्थितियों का प्रबंधन जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह आदि।

* मानसिक तनाव और चिंता समयपूर्व जन्म को बढ़ावा दे सकते हैं।

* समयपूर्व प्रसव के संकेतों को पहचानकर जल्दी से इलाज शुरू किया जा सकता हैं।

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