दुनिया का सबसे ताकतवर देश सोवियत संघ का इतिहास. कैसा था सोवियत संघ और कैसी थी वहां के लोंको की जिंदगी ? जानिए आप भी |

 दुनिया का सबसे ताकतवर देश सोवियत संघ का इतिहास. कैसा था सोवियत संघ और कैसी थी वहां के लोंको की जिंदगी ? जानिए आप भी |
Last Updated: 19 मई 2024

सोवियत संघ, जिसे आधिकारिक तौर पर सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक (यूएसएसआर) संघ के रूप में जाना जाता है, एक विशाल देश था जिसने अपने गठन से लेकर विघटन तक लगभग 75 वर्षों की उथल-पुथल भरी यात्रा की। यूएसएसआर, जो 1985 में विघटित होना शुरू हुआ, एक दुर्जेय सैन्य शक्ति के रूप में उभरा लेकिन घरेलू स्तर पर गंभीर आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। समय के साथ, विभिन्न कारकों ने इसके पतन में योगदान दिया, जिसके कारण 1991 में इसका अंतिम पतन हुआ। 1990 तक कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा शासित, सोवियत संघ संवैधानिक रूप से 15 संप्रभु गणराज्यों का संघ था, लेकिन वास्तव में, इसने प्रशासन पर सख्त केंद्रीकृत नियंत्रण बनाए रखा। और पूरे देश की अर्थव्यवस्था. रूसी सोवियत फेडेरेटिव सोशलिस्ट रिपब्लिक यूएसएसआर के भीतर सबसे बड़ा गणराज्य था, जो इसके राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र के रूप में कार्य करता था, जिसके परिणामस्वरूप पूरे देश में व्यापक रूसीकरण हुआ। नतीजतन, रूसी संस्कृति और प्रभाव के साथ गहरे जुड़ाव के कारण, सोवियत संघ को अक्सर विदेशों में गलती से "रूस" कहा जाता था।

अप्रैल 1917 लेनिन और अन्य क्रांतिकारी जर्मनी से रूस लौटे। 

अक्टूबर 1917 बोल्शेविकों ने आलेक्सांद्र केरेंस्की की सत्ता को पलटा और मॉस्को पर अधिकार कर लिया। 

1918 - 20 बोल्शेविकों और विरोधियों में गृह युद्ध। 

1920 पोलैंड से युद्ध

1921 पोलैंड से शांति संधि, नई आर्थिक नीति, बाजार अर्थव्यवस्था की वापसी, स्थिरता। 

1922 रूस, बेलारूस और ट्रांसकॉकेशस (1936 से जॉर्जिया, अर्मेनिया, अजरबेजान) इलाकों का मिलन। सोवियत संघ की स्थापना। 

1922 जर्मनी ने सोवियत संघ को मान्यता दी। 

1922 सोवियत संघ में प्रोलिटैरिएट तानाशाही के तहत नया संविधान लागू। लेनिन की मौत। जोसेफ स्टालिन ने सत्ता संभाली

1933 अमेरिका ने सोवियत संघ को मान्यता दी। 

1934 सोवियत संघ लीग ऑफ नेशंस में शामिल हुआ। 

अगस्त 1939 दूसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत। 

जून 1941 जर्मनी ने सोवियत संघ पर हमला किया। 

1943 स्टालिनग्राद की लड़ाई में जर्मनी की हार। 

1945 सोवियत सैनिकों ने बर्लिन पर कब्जा किया। याल्टा और पोट्सडैम सम्मेलनों के जरिए जर्मनी का बंटवारा। जापान के आत्मसमर्पण के साथ दूसरे विश्वयुद्ध की समाप्ति। 

1948-49 बर्लिन नाकेबंदी। पश्चिमी सेनाओं और सोवियत सेनाओं में तनातनी। 

1949 सोवियत संघ ने परमाणु बम बनाया। चीन की कम्युनिस्ट सरकार को मान्यता दी। 

1950-53 कोरियाई युद्ध। सोवियत संघ और पश्चिम के संबंधों में तनाव। 

मार्च 1953 स्टालिन का निधन। निकिता ख्रुश्चेव कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के प्रथम सचिव बने। 

1953 सोवियत संघ ने अपना पहला हाइड्रोजन बम बनाया। 

1955 वारसॉ की संधि। 

1956 सोवियत सेना ने हंगरी के विद्रोह को कुचलने में मदद की। 

1957 पहला अंतरिक्ष यान स्पूतनिक धरती की कक्षा में पहुंचा। चीन की पश्चिम से बढ़ती नजदीकियों ने दोनों कम्युनिस्ट देशों में दूरियां पैदा कीं। 

1960 सोवियत संघ ने अमेरिका का जासूसी जहाज U2 गिराया। 

1961 यूरी गागारिन अंतरिक्ष में जाने वाले पहले इंसान बने। 

1962 क्यूबा में सोवियत मिसाइल पहुंची। 

1963 सोवियत संघ ने अमेरिका और ब्रिटेन के साथ परमाणु संधि की। अमेरिका और सोवियत संघ में हॉट लाइन स्थापित।

1964 ख्रुश्चेव की जगह लियोनिड ब्रेजनेव ने संभाली। 

1969 सोवियत और चीनी सेनाओं का सीमा पर विवाद। 

1977 नए संविधान के तहत ब्रेजनेव राष्ट्रपति चुने गए। 

1982 ब्रेजनेव का निधन। केजीबी प्रमुख यूरी आंद्रोपोव ने संभाली कुर्सी। 

1982 आंद्रोपोव का निधन। कोन्सटांटिन चेरनेंको ने संभाली सत्ता। 

1985 मिखाइल गोर्बाचेव कम्यूनिस्ट पार्टी के महासचिव बने। खुलेपन और पुनर्निर्माण की नीति की शुरुआत की।

1986 चेरनोबिल परमाणु हादसा। उक्रेन और बेलारूस के बड़े इलाके प्रभावित। 

1987 सोवियत संघ और अमेरिका में मध्यम दूरी की परमाणु मिसाइलों को नष्ट करने पर समझौता। 

1988 गोर्बाचेव राष्ट्रपति बने। कम्युनिस्ट पार्टी के सम्मेलन में निजी क्षेत्र के लिए दरवाजे खोलने पर सहमति। 

1989 सोवियत सेनाएं अफगानिस्तान से लौटीं। 

1990 कम्युनिस्ट पार्टी में एक पार्टी की सत्ता खत्म करने पर मतदान। येल्तसिन ने सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी छोड़ी। 

अगस्त 1991 रक्षा मंत्री दिमित्री याजोव, उप राष्ट्रपति गेनाडी यानायेव और केजीबी प्रमुख ने राष्ट्रपति गोर्बाचेव को हिरासत में लिया। तीन दिन बाद ये सभी गिरफ्तार। येल्तसिन ने सोवियत रूस कम्युनिस्ट पार्टी पर प्रतिबंध लगाया। उक्रेन को स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दी। उसके बाद कई अन्य देशों ने खुद को स्वतंत्र घोषित किया।

सितंबर 1991 कांग्रेस ऑफ पीपल्स डिप्यूटीज ने सोवियत संघ के विघटन के लिए वोट डाला। 

8 दिसंबर 1991 रूस, उक्रेन और बेलारूस के नेताओं ने कॉमनवेल्थ ऑफ इंडिपेंडेंट स्टेट बनाया। 

25 दिसंबर 1991 गोर्बाचेव ने पद से इस्तीफा दिया। अमेरिका ने स्वतंत्र सोवियत राष्ट्रों को मान्यता दी। 

26 दिसंबर 1991 रूसी सरकार ने सोवियत संघ के दफ्तरों को संभाला।

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