फ़िनलैंड के स्कूल्ज में बच्चों का मैथ का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। क्या वर्ल्ड बेस्ट एजुकेशन खतरे में है ?
पहली बार नौवीं कक्षा के छात्रों के लिए गणित की परीक्षा कागज की बजाय पूरी तरह से डिजिटल रूप से हुई।
एक तरफ फ़िनलैंड अपने एजुकेशन सिस्टम को पूरी तरह डिजिटल बनाने पर जोर दे रहा है, तो दूसरी तरफ इस डिजिटलाइजेशन के कारन बच्चों में मैथ का स्किल गिर रहा है। अगर हम थोड़ी नजर डालें तो दिखता है की , फिनलैंड में प्राथमिक विद्यालय के बच्चों का गणित कौशल पिछले दो दशकों में कमजोर हुआ है।
गणित कौशल में गिरावट
नौवीं कक्षा के छात्रों के बीच गणित कौशल में गिरावट के पीछे के कारकों का आकलन करने वाली एक हालिया रिपोर्ट में पाया गया कि गणित में कुछ छात्रों का प्रदर्शन शब्दावली की कमी से कमजोर होता है। यह मूल्यांकन बच्चों के परीक्छा के परिणामों के आकलन पर आधारित है, जिसे 2021 के समर में फ़िनिश एजुकेशन इवैल्यूएशन सेंटर (FINEEC) द्वारा डिजिटल रूप से किया गया था। इस आकलन में फ़िनलैंड के विभिन्न हिस्सों से लगभग 12,500 नौवीं कक्षा के छात्रों ने परीक्षण में भाग लिया था।
पहली बार, नौवीं कक्षा के छात्रों के लिए FINEEC गणित की परीक्षा कागज के बजाय पूरी तरह से डिजिटल रूप से हुई। यह पाया गया कि जब गणित को हल करने में अक्सर समस्या आती है तो समाधान या तर्क की आवश्यकता होती है, इसीलिए डिजिटल रूप से परीक्छा देने में विद्यार्थियों ने पिछले वर्षों की तुलना में खराब प्रदर्शन किया। इससे गणित के उच्च स्तर के कौशल वाले बच्चों के लिए भी परिणाम प्रभावित हुए।
उदाहरण के तौर पर , डिजिटल परीक्षण में, विद्यार्थियों को किसी सवाल के जवाब के अंदर फिट होने वाले त्रिभुजों की संख्या का अनुमान लगाने में कठिनाई हुई, जो पिछले पेपर-एंड-पेंसिल परीकच्छओं में नहीं देखा गया था। छात्रों को पेपर की तुलना में कार्य को डिजिटल रूप से पूरा करना अधिक कठिन लगा।