Bollywood News: राजेश खन्ना के स्टारडम के आगे अच्छे-अच्छे कलाकार हुए फेल, एक ने छोड़ी अपने अभिनय की छाप, जानिए कौन था वह सुपरस्टार?
राजेश खन्ना के स्टारडम के सामने कई बड़े फिल्म कलाकार बैकफुट पर चले गए थे। लेकिन एक अभिनेता ऐसा था जो काका की आंधी के सामने चट्टान बनकर खड़ा रहा और फ्रंटफुट पर आकर अपने अभिनय की छाप छोड़ी। आइए इस लेख में जानते हैं कि वह कौन सा अभिनेता था जिसने राजेश खन्ना के दौर में भी हिंदी सिनेमा में अपना सिक्का जमाया।
एंटरटेनमेंट डेस्क: अराधना (साल 1969) और 'दो रास्ते' जैसी फिल्मों की रिलीज के बाद 70 के दशक की शुरुआत में हिंदी सिनेमा में राजेश खन्ना का तूफान आया। उसके बाद बच्चा पैदा होता है, तो घर वाले उसका नाम राजेश रख देते थे। काका के स्टारडम के आगे बड़े-बड़े कलाकारों की नींव हिल गई थी और हर तरफ इंडस्ट्री में राजेश-राजेश की गूंज उठने लगी थी। लेकिन उस समय एक अभिनेता ऐसा भी था, जिसने अपने पांव जमाए रखे और राजेश खन्ना के दौर में अपना दबदबा बना के रखा। आइए जानते हैं कि वह कलाकार कौन था।
राजेश खन्ना के आगे नहीं मानी हार
जानकारी के मुताबिक साल 1969 में हिंदी सिनेमा में राजेश खन्ना के दौर की शुरुआत हुई। पहले अराधना और उसके बाद दो रास्ते जैसी सफल फिल्में देकर राजेश ने सुपरस्टार बनने की ओर अपना कदम बढ़ा दिया। इसके बाद राजेश के सामने उस दौर के बड़े कलाकार जैसे मनोज कुमार, राजेंद्र कुमार और सुनील दत्त की फिल्में आया राम गया राम हो गईं। लेकिन सुपरस्टार धर्मेंद्र उस समय एकमात्र ऐसे अभिनेता रहे, जिनका स्टारडम राजेश खन्ना के सामने डगमगाया नहीं था।
एक टीवी शो के दौरान फिल्म लेखक जावेद अख्तर ने जानकारी देते हुए बताया था कि राजेश खन्ना के स्टारडम के सामने कोई भी कलाकार ज्यादा देर तक टिक नहीं पा रहा था. अभिनेताओं की लोकप्रियता उनके आने से दिनों दिन कम होने लगी थी। लेकिन धर्मेंद्र उस दौर के एकमात्र ऐसे कलाकार है, जिनकी बादशाहत कायम रहते हुए फिल्में लगातार दर्शकों को पसंद आ रही थीं और सफलता का मुकाम भी छू रही थीं। बता दें साल 1971 में धर्मेंद्र की फिल्म 'गुड्डी' ने शानदार सफलता हासिल की, जिसे शब्दों में बयां करना काफी मुश्किल हैं। धर्मेंद्र ने ही स्टारडम के मामले में राजेश खन्ना को कड़ी टक्कर दी थी।
राजेश और धर्मेंद्र की फिल्म
सुपरस्टार राजेश खन्ना और धर्मेंद्र को एक-दूसरे का प्रतिद्वंदी माना जाता था। लेकिन व्यक्तिगत तौर पर इन दोनों कलाकारों ने सिल्वर स्क्रीन पर एक साथ मिलकर भी अभिनय के स्तर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया हैं। इन दोनों एक्ट्रेस की फिल्मों की बात की जाए तो राजपूताना, मोहब्बत की कसम, धर्म और कानून, खामोशी, और टिंकू ऐसी फिल्में रहीं जिनमें धर्मेंद्र और राजेश ने एक साथ स्क्रीन साझा की थी। इनकी फिल्मों ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया हैं।
एक काका और दूसरा ही-मैन के नाम से विख्यात
सुपरस्टार राजेश खन्ना को फिल्म इंडस्ट्री में काका नाम से भी जाना जाता था। पंजाबी परिवार में जन्मे राजेश को यह नाम उनके चाचा ने उपहार में दिया था। लेकिन उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी पहचान खुद के दम पर बनाई थी। बता दें पंजाब में युवाओं को काका कहां जाता है, इसी कारण राजेश खन्ना भी काका के नाम से पहचाने गए। हालांकि, उनका असली नाम जतिन खन्ना था। फिल्म फूल और पत्थर ने धर्मेंद्र के करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया था। इस मूवी में उनकी दमदार पर्सनैलिटी ने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा और इसके बाद से वह हिंदी सिनेमा में ही-मैन के नाम से विख्यात हो गए।