Bollywood News: सलमान खान की फिल्म "हम आपके हैं कौन" के 30 साल पूरे, बिना किसी एक्शन के आज भी हिट है यह फिल्म, जानें इस फिल्म के मेकिंग से जुड़े किस्से
एक फिल्म जिसमें न कोई विलन न कोई लड़ाई फिर भी पूरी इंडस्ट्री को हिला रखा है, जिसे दर्शकों के गर्व को प्रभावित किया है। 'हम आपके हैं कौन' फिल्म ने परिवार के स्पर्श को बढ़ावा दिया और इस फिल्म में दिखाए गए रीति-रिवाजों और रस्मों ने घर-घर में चर्चित किया। आज इस फिल्म को 30 वर्ष पूरे हो गए हैं। इतने वर्षों के बाद मशहूर होने वाली इस फिल्म भी चर्चित हैं।
30 Years of Hum Aapke Hain Kaun: 5 अगस्त 1994 को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई सलमान की सुपरहिट फिल्म 'हम आपके हैं कौन' अपने समय की ब्लॉकबस्टर हिट मूवी रही थी, और माना जाता है कि उस जमाने में दर्शकों को वापिस सिनेमाघरों से जोड़ने का श्रेय इसी फिल्म को जाता है। इसके गाने, कहानी और कलाकारों की बेहतरीन परफॉर्मेंस ने फिल्म को एक क्लासिक हिट बना दिया, और आज भी यह भारतीय सिनेमा की यादगार फिल्मों में से एक मानी जाती है।
फिल्म से हुआ समाज में बदलाव
"हम आपके है कौन" फिल्म से भारत के मनोरंजन पर भी प्रभाव पड़ा। इसका परिणाम देखने को मिला कि, हमारा समाज संयुक्त परिवार से एकल परिवार की ओर बढ़ता दिखाई दिया। इसके साथ ही खान-पान तथा वेशभूषा में परिवर्तन दिखा। ऐसे में हिंदी सिनेमा भी इससे अलग नहीं रहा। फिल्म एक्टर्स के कपड़े पश्चिम की तर्ज पर बनने लगे। समाज और सिनेमा दोनों में पश्चिम का अंधानुकरण प्रारंभ हुआ। तभी 1994 में ‘हम आपके हैं कौन’ एक फिल्म रिलीज हुई थी।
भारतीय जनमानस को किया प्रभावित
इस फिल्म ने भारतीय परिवार परंपरा को स्थापित करने के साथ ही व्यावसायिक रूप में सफल प्राप्त की है। यह फिल्म सूरज बड़जात्या के निर्देशन में बनाई गई है। “हम आपके हैं कौन” फिल्म में जिस प्रकार गोदभराई, विवाह और भी बाकि रस्मों को दिखाया गया, उसने भारतीय जनमानस को अधिक प्रभावित किया है। इस फिल्म की एक्टर माधुरी दीक्षित ने जिस तरह से निशा का रोल किया या सभी रस्मों में भागीदार रही, उसने इन सभी रस्मों को हिंदू परिवारों में स्थापित कर दिया।
अभी भी लोगो को आकर्षित करती है यह फिल्म
आज कल शादी की रस्मों में प्रचलित रस्म अपने होने वाले जीजा के जूते छुपाना और साली का उनसे जूते के बदले पैसे मांगना और वर पक्ष के लड़कों का जूते ढूँढना, फिर दोनों पक्षों में नोंक-झोंक होना, इस फिल्म की विशेषता के तौर पर बताया गया है। एक इंटरव्यू में माधुरी दीक्षित ने स्वीकार किया था कि यह फिल्म दर्शकों को अपनी तरफ आकर्षित ओर लौटने के लिए उत्साहित कर रही है। साथ ही यह फिल्म पूरे परिवार को साथ रहने व जीने की सीख भी देती है।
इस फिल्म में न तो कोई मार-पीट, न ही खलनायक, खून-खराबा, न ही गोलियों की तड़तड़ाहट है। फिर भी यह फिल्म सबसे ज्यादा सुपरहिट हुई थी। यह फिल्म में केवल संगीत और गाने पर ही आधारित है। लता और एस. पी. बालासुब्रह्ण्यम का युगल गीत ‘दीदी तेरा देवर दीवाना’ और लता मंगेशकर के स्वर में ‘माय नि माय’ बेहद लोकप्रिय हुआ था।
कॉस्ट्यूम भी हुए फेमस
आपको बता दें कि इस फिल्म में 14 गाने बनाए गए है, जो दर्शकों को काफी ज्यादा पसंद आये हैं। गानों के साथ साथ इस फिल्म में भारतीय वेशभूषा को दर्शाया गया। माधुरी दीक्षित ने "दीदी तेरा देवर दीवाना" गाने में जो बैंगनी रंग की कढाई की गई साड़ी पहनी थी, वो बहुत लोकप्रिय हुई थी। उन्होंने साड़ी के साथ बैकलेस ब्लाउज और कुंदन का नेकलेस पहने थे। साड़ी पहनने का माधुरी का अंदाज लोगों को अधिक पसंद आया। माधुरी दीक्षित को इसी साड़ी में इस फिल्म के पोस्टर पर दिखाया गया था। अब भी वो रंग और उस पर की गई कढ़ाई, आज भी विवाह समारोह में महिलाओं की पसंद बनी हुई है।
परिवार की अवधारणा को दर्शाती है फिल्म
इस फिल्म में भारतीय पारिवारिक मूल्यों को भी इस तरह दिखाया गया है कि दर्शक प्रभावित हो सकें। फिल्म में पूजा की भूमिका निभा रही रेणुका शहाणे एक हादसे का शिकार हो जाती हैं, तब पूरे परिवार ने तय किया कि पूजा के बच्चे के लिए निशा का विवाह पूजा के पति से करवा दिया जाए। पूजा तैयार हो जाती है, लेकिन फिल्म में पूजा और प्रेम का ही विवाह होता है। अगर देखा जाए तो फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ संयुक्त परिवार की एक अलग अवधारणा को मजबूत करती है।