अर्जुन कपूर की लगातार 11 फिल्में बॉक्स ऑफिस पर असफल साबित हुई हैं। लेकिन अब खलनायकी की भूमिका में अर्जुन कपूर के लिए चीजें बदल गई हैं। जैसे ही उन्होंने विलेन का किरदार निभाया, उनकी पहली फिल्म हिट हो गई है। इससे पहले, वे हीरो के रूप में लगातार 11 फिल्में कर चुके थे।
बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर लंबे समय से बॉक्स ऑफिस पर संघर्ष कर रहे थे। लगातार 11 से ज्यादा असफल फिल्में देने के बाद अर्जुन कपूर के करियर पर संकट के बादल छा गए थे। तभी उन्हें एक नकारात्मक चरित्र निभाने का मौका मिला, और खलनायकी का यह फॉर्मूला एक बार फिर से सफल साबित हुआ। अर्जुन कपूर की इस खलनायकी ने उनके करियर के लिए एक सकारात्मक मोड़ ला दिया है। जैसे ही वह विलेन बने, उनकी फिल्म ने सफलता हासिल कर ली है। अर्जुन कपूर हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'सिंघम अगेन' में खलनायक के किरदार में नजर आ रहे हैं। इससे पहले उनकी लगातार 11 फिल्में असफल रही थीं।
खलनायकी: क्या है बॉलीवुड का नया चार्म?
बॉलीवुड में अब नायकी की जगह खलनायकी तेजी से नया आकर्षण बनता जा रहा है। बॉबी देओल ने लगातार फ्लॉप फिल्मों की झड़ी के बाद जब अचानक एक विलेन के रूप में लौटे, तो उनके करियर ने एक नई चमक हासिल की। विलेन का किरदार निभाते ही उन्होंने अपने करियर की सबसे बड़ी हिट फिल्म दी। अब इस लिस्ट में अर्जुन कपूर का भी नाम शामिल हो गया है। अर्जुन कपूर ने भी लगातार 11 फ्लॉप फिल्मों के सिलसिले को तोड़ते हुए विलेन बनकर नई शुरुआत की है। उन्होंने 2012 में फिल्म 'इशकजादे' से अपने करियर की शुरुआत की थी। उनकी डेब्यू फिल्म सफल रही, लेकिन इसके बाद उन्हें कई फ्लॉप का सामना करना पड़ा।
डेब्यू के बाद, उनकी दूसरी फिल्म 'औरंगजेब' 2013 में रिलीज हुई, जो कि फ्लॉप साबित हुई। इसके बाद गुंडे सेमी हिट रही और 'टू स्टेट्स' सुपरहिट हुई। हालांकि, 'फाइंडिंग फैनी' और 'तेवर' जैसी फिल्में बुरी तरह पिट गईं। 2016 में आई फिल्म 'की एंड का' सेमी हिट रही थी। इसके बाद से अर्जुन कपूर की लगातार 11 फिल्में बॉक्स ऑफिस पर असफल रहीं। लेकिन अब उन्होंने 'सिंघम अगेन' में विलेन का किरदार निभाया है और जैसे ही उन्होंने ये भूमिका निभाई, उनकी फिल्म भी हिट होने की दिशा में बढ़ रही है।
बॉबी देओल की खलनायकी ने बदल दी किस्मत
इससे पहले बॉबी देओल का करियर भी कई मुश्किलों का सामना कर रहा था। लंबे समय से वह बतौर हीरो हिट फिल्म की खोज में थे, लेकिन सफलता उनके हाथ से फिसलती जा रही थी। लगातार फ्लॉप फिल्मों से निराश होकर, बॉबी देओल ने नकारात्मक किरदार निभाने का निर्णय लिया। निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म 'एनिमल' में बॉबी देओल ने विलेन का रोल अदा किया। इस भूमिका ने उन्हें फिर से सही दिशा में ला खड़ा किया। 'एनिमल' न केवल हिट रही, बल्कि यह बॉबी देओल के करियर की सबसे बड़ी सुपरहिट फिल्म भी साबित हुई। अब बॉबी देओल विलेन के किरदारों के लिए काफी डिमांड में हैं।