अभिनय की दुनिया में खुद को साबित करने वाले अभिनेता जिम्मी शेरगिल (Jimmy Shergill) ने अपने करियर में अपनी मेहनत और टैलेंट से लाखों दिलों को जीता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्कूल और कॉलेज के दिनों में वह पढ़ाई में कितने अव्वल थे? यह जानकर आप चौंक जाएंगे कि जिम्मी शेरगिल, जो आज बॉलीवुड के मशहूर कलाकार हैं, कभी पढ़ाई के मामले में उतने सीरियस नहीं थे। गोरखपुर में जन्मे जिम्मी शेरगिल की कहानी उनके स्कूल और कॉलेज के दिनों से जुड़ी एक दिलचस्प मोड़ पर आकर रुकती हैं।
गोरखपुर से लखनऊ और फिर पंजाब तक का सफर
जिम्मी शेरगिल का जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हुआ, और उनकी शुरुआती पढ़ाई लखनऊ के सेंट फ्रांसिस कॉलेज से हुई थी। इसके बाद, उन्होंने अपनी आगे की शिक्षा पंजाब पब्लिक स्कूल नाभा से की, जहां उनके परिवार का घर था। पढ़ाई में भले ही वह शोर-शराबे से दूर रहने वाले एक साधारण छात्र रहे हों, लेकिन अभिनय में उनका हुनर शुरुआती दिनों से ही दिखने लगा था।
पढ़ाई और पार्टी का जुगलबंदी
अभिनय की दुनिया में कदम रखने से पहले जिम्मी शेरगिल ने पंजाब यूनिवर्सिटी से बी.कॉम ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की थी। एक पुराने इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि क्या वह पढ़ाई में अच्छे थे, तो जिम्मी ने चौंकाते हुए कहा, "मैं उन लोगों में से नहीं था, जो हर दिन पढ़ाई करते थे। मैं पूरे साल पार्टी किया करता था, और एग्जाम के 2 या 3 दिन पहले पढ़ाई करता था। तब भी मेरे फर्स्ट डिवीजन आया करते थे।"
उनका कहना था कि वह हमेशा आखिरी समय पर पढ़ाई करते थे, लेकिन फिर भी 65 प्रतिशत से ज्यादा अंक हासिल कर लेते थे। जिम्मी ने बताया, "कभी-कभी ऐसा होता था कि मैं पूरी रात पढ़ाई करता और फिर एग्जाम देने जाता। एग्जाम से पहले, मैं गुरुद्वारे जाकर भगवान से प्रार्थना करता था कि इस बार मेरी नैया पार लग जाए।"
सफलता की कुंजी जिम्मी की मेहनत और टैलेंट
हालांकि जिम्मी का पढ़ाई में उतना रुझान नहीं था, लेकिन उनका अभिनय में हमेशा से गहरी रुचि रही। फिल्म 'मोहब्बतें' में उनके किरदार करण चौधरी ने उन्हें बॉलीवुड में एक अलग पहचान दिलाई। इसके बाद, उनका करियर कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करता हुआ भी लगातार चलता रहा। आज वह बॉलीवुड में एक पक्की जगह बना चुके हैं, लेकिन उनकी जिंदगी के ये अनकहे किस्से और उनकी छात्र जिंदगी के अनुभव दर्शाते हैं कि असल में सफलता मेहनत और समय के साथ मिलती हैं।
यह कहानी न सिर्फ जिम्मी शेरगिल के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि उन सभी लोगों के लिए एक संदेश है जो सोचते हैं कि सफलता के लिए केवल पढ़ाई ही जरूरी नहीं है। कभी कभी थोड़ी सी मेहनत और सही दिशा में काम करने से भी सफलता मिल सकती है, बशर्ते जज्बा और परिश्रम हमेशा साथ हो। तो, जिम्मी शेरगिल का ये दिलचस्प सफर आपको ये बताता है कि असल जिंदगी में भी सफलता पाने के लिए अपने रास्ते खुद बनाना पड़ता हैं।