भारतीय सिनेमा में अपनी सशक्त अदाकारी से गहरी छाप छोड़ने वाले अभिनेता, निर्देशक और राजनेता एम. नासर (M. Nassar) आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। 5 मार्च 1958 को तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले के पलूर में जन्मे नासर ने दशकों से भारतीय सिनेमा को अपनी विलक्षण अभिनय प्रतिभा से समृद्ध किया है।
शुरुआती सफर और शिक्षा
नासर का जन्म महबूब बाशा और मुमताज के घर हुआ था। अभिनय के प्रति उनके जुनून ने उन्हें तमिलनाडु फिल्म और टेलीविजन प्रौद्योगिकी संस्थान तथा दक्षिण भारतीय फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स के फिल्म संस्थान तक पहुंचाया, जहां उन्होंने अपने अभिनय कौशल को तराशा।
फिल्मी करियर की शुरुआत
एम. नासर ने 1985 में के. बालचंदर की फिल्म ‘कल्याण अगाथिगल’ से अपने अभिनय सफर की शुरुआत की, जिसमें उन्होंने सहायक भूमिका निभाई। इसके बाद 1987 में ‘वेलैकरन’ और ‘वन्ना कानवुगल’ में उनके निभाए खलनायक किरदारों को दर्शकों ने खूब सराहा। उन्होंने यूही सेतु की फिल्म ‘कविताई पाड़ा नेरामिल्लई’ में मुख्य भूमिका निभाकर खुद को बहुआयामी कलाकार के रूप में स्थापित किया।
मणिरत्नम और कमल हासन के पसंदीदा कलाकार
जल्द ही, नासर मणिरत्नम और कमल हासन के प्रिय कलाकार बन गए। 1992 में आई रोजा, थेवर मगन, बॉम्बे, और ‘कुरुथिपुनल’ जैसी फिल्मों में उनकी सशक्त भूमिकाओं ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
निर्देशन और निर्माण की ओर कदम
अभिनय के साथ-साथ नासर ने निर्देशन में भी अपनी छाप छोड़ी। 1995 में उन्होंने ‘अवतारम’ का निर्देशन किया, जो एक लोक कला मंडली की पृष्ठभूमि पर आधारित थी। इसके बाद 1997 में ‘देवथाई’ और कई अन्य फिल्में निर्देशित कीं।
बॉलीवुड में भी जमाया रंग
नासर ने हिंदी सिनेमा में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। 2001 में आई आमिर खान की लगान, में उनका अभिनय सराहनीय रहा। इसके अलावा, ‘चाची 420’, फिर मिलेंगे, निशब्द, राउडी राठौर, साला खडूस जैसी बॉलीवुड फिल्मों में भी उन्होंने दमदार भूमिकाएं निभाईं।
बाहुबली में बिज्जलदेव के किरदार से मिली अलग पहचान
हालांकि, नासर ने अपने करियर में कई शानदार किरदार निभाए, लेकिन ‘बाहुबली: द बिगिनिंग’ और ‘बाहुबली 2: द कन्क्लूजन’ में उनके बिज्जलदेव के किरदार ने उन्हें पूरे भारत में एक नई पहचान दी। उनके अभिनय ने दर्शकों को इतना प्रभावित किया कि वे उनके नेगेटिव किरदारों को भी पसंद करने लगे।
व्यक्तिगत जीवन
नासर ने निर्माता से राजनेता बनी कमीला से विवाह किया, और उनके तीन बेटे हैं। वे निजी जीवन में बेहद सरल और मिलनसार स्वभाव के इंसान माने जाते हैं।चाहे सकारात्मक भूमिका हो या खलनायक का किरदार, एम. नासर हर भूमिका में गहराई से उतरते हैं। उनकी अदाकारी की विविधता और परफेक्शन ने उन्हें भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेताओं की सूची में शामिल कर दिया है। जन्मदिन के इस खास मौके पर, उनके प्रशंसक और फिल्मी दुनिया उन्हें ढेरों शुभकामनाएं दे रहे हैं।