Ayodhya Rape Case: अयोध्या में दलित युवती के साथ गैंगरेप, 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, पुलिस पर भी लगाया गंभीर आरोप

Ayodhya Rape Case: अयोध्या में दलित युवती के साथ गैंगरेप, 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, पुलिस पर भी लगाया गंभीर आरोप
Last Updated: 14 सितंबर 2024

अयोध्या में एक दलित युवती के साथ गैंगरेप का एक गंभीर मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में नौ आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है और पांच आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। पीड़िता ने कैंट थाना पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे मामला और भी जटिल हो गया है।

Uttar Pradesh: अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि परिसर में सफाई का काम कर रही एक दलित युवती के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में नौ आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है और उनमें से पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता ने कैंट थाना पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस के अनुसार, जांच में यह सामने आया है कि अलग-अलग दिनों में जब युवती अपने परिचित युवक से मिलने गई थी, तब उसके दोस्तों और उनके साथियों ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया।

मधुवन सिंह, एसपी सिटी अयोध्या ने बताया कि यह मामला थाना कैंट का है और यह घटना दो हफ्ते पहले की है। पीड़िता ने 2 सितंबर को थाना कैंट में मामला दर्ज कराया, जिसमें यह जानकारी सामने आई कि जब पीड़िता अपने पूर्व परिचित मित्र से मिलने विभिन्न तिथियों पर गई, तब उसके दोस्त और उनके साथियों ने मिलकर दुष्कर्म किया। जांच के दौरान अब तक पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।

2 सितंबर को दर्ज किया मामला

युवती ने आरोप लगाया है कि उसके पूर्व दोस्त और उनके साथियों ने उसके साथ कई बार सामूहिक बलात्कार किया और इसका वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया। इसके चलते अलग-अलग स्थानों पर कई दिनों तक उसके साथ दुष्कर्म किया गया। इस मामले में 2 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज की गई थी, लेकिन पुलिस ने उसे और उसके परिवार को मीडिया से दूर रहने की धमकी दी। पीड़िता ने बताया कि "मैं श्री राम जन्मभूमि में काम करती हूं, इस घटना के बाद से मेरा काम भी छूट गया है।"

उसने कहा कि उसकी एक लड़के से दोस्ती हुई, जिसके बाद वे एक रिश्ते में गए। लेकिन अचानक, उस लड़के ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर उससे जबरदस्ती की। जब उसने भागने की कोशिश की, तब उसके सिर में चोट लग गई, जिससे वह बेहोश हो गई। उन लोगों ने उसके साथ गलत काम किया। जब उसे शाम को होश आया, तो वहां केवल वंश चौधरी और विनय नाम के दो लड़के मौजूद थे। इसके बाद, उन्होंने उसे गेस्ट हाउस से एक गैराज में ले जाकर वहां भी उसके साथ दुष्कर्म किया और इसका वीडियो बना लिया, जिससे वे उसे ब्लैकमेल कर रहे थे।

आरोपियों ने किया ब्लैकमेल

युवती ने बताया कि आरोपी उसे बार-बार ब्लैकमेल करके अपने पास बुलाते थे। पहले मैं डर के कारण घर पर और पुलिस को इस बारे में कुछ नहीं बता पाई। 22 तारीख को फिर से वे मुझे जन्मभूमि लेकर आए और उसके बाद से 22 तारीख से मुझे अपने पास रखा, और 24 की रात को मुझे छोड़ा। जब ये लोग मुझे राम मंदिर के पास छोड़ने के लिए जा रहे थे, तभी एक दुर्घटना हुई, जिसमें मुझे चोट भी आई।

FIR की कॉपी नहीं दी: पीड़िता

पीड़िता ने कहा, मैं 28 तारीख को महिला थाने में आवेदन देने जा रही थी, तब भी इन लोगों ने मुझे फोन करके डराने-धमकाने का काम किया। उन्होंने कहा कि जो कुछ तुम्हारे साथ हुआ है, वही तुम्हारी बहनों के साथ भी होगा, और तुम लोगों के परिवार के लिए भी यह अच्छा नहीं होगा।"

इस डर के कारण मैं वापस लौट आई। फिर 31 तारीख को मैं फिर से आवेदन लेकर महिला थाने गई, लेकिन वहां कहा गया कि यह सारी घटना झूठी है। जो आवेदन मैंने लिखा है, वह सही नहीं है। मुझे ही गलत ठहराया गया और कहा गया कि वो लड़के ऐसा नहीं कर सकते। मैं 2 सितंबर तक 12:00 बजे तक इंतजार करती रही, लेकिन जब मेरे पास कोई फोन नहीं आया।

तब मैंने एसएसपी ऑफिस का रुख किया। वहां से आदेश मिलने के बाद, मैं एसपी सिटी साहब के पास गई। वहां महिला थाना और कैंट के SHO को बुलाया गया और कहा गया कि मेरा केस दर्ज किया जाए। हम वहां दो बजे से बैठे थे, लेकिन पुलिस ने रात को नौ बजे हमारा केस दर्ज किया और मेरा मेडिकल रात 11 बजे किया गया। 36 घंटे थाने में बैठने के बाद भी मुझे FIR की कॉपी नहीं दी गई।"

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