Badlapur Sexual assault: बदलापुर घटना को लेकर बवाल, पुणे में किया विरोध प्रदर्शन, 'महाराष्ट्र की छवि देश भर में बिगड़ गई'- बोले शरद पवार

Badlapur Sexual assault: बदलापुर घटना को लेकर बवाल, पुणे में किया विरोध प्रदर्शन, 'महाराष्ट्र की छवि देश भर में बिगड़ गई'- बोले शरद पवार
Last Updated: 25 अगस्त 2024

बॉम्बे हाई कोर्ट (HIGH COURT OF BOMBAY) द्वारा महाराष्ट्र बंद के आह्वान पर रोक लगाने के बाद विपक्षी गठबंधन ने बदलापुर घटना के खिलाफ काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। इस पर शरद पवार ने कहा कि इस घटना ने पूरे देश में महाराष्ट्र की छवि को शर्मसार किया है।

Pune: मुंबई के पड़ोसी जिले ठाणे के बदलापुर शहर में दो छोटी बच्चियों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ महाविकास आघाड़ी (मविआ) के दलों ने शनिवार (24 अगस्त) को महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। शिवसेना (UBT) का विरोध प्रदर्शन मुंबई में शिवसेना भवन के सामने हुआ, वहीं राकांपा (Sharad Pawar) ने पुणे में प्रदर्शन किया।

मविआ ने बदलापुर की घटना के विरोध में महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया था, लेकिन शुक्रवार को मुंबई हाई कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए बंद के आह्वान पर रोक लगा दी। इसके बाद मविआ के प्रमुख दलों शिवसेना (यूबीटी), राकांपा (शरद चंद्र पवार) और कांग्रेस ने पूरे महाराष्ट्र में मुंह पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया।

महाराष्ट्र की छवि को पहुंचाई हानि

राकांपा (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार और उनकी सांसद पुत्री सुप्रिया सुले ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पुणे में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बारिश होती रही, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने भीगते हुए अपनी आवाज उठाई। विरोध प्रदर्शन के दौरान शरद पवार ने कहा कि बदलापुर की घटना ने देश में महाराष्ट्र की छवि को नुकसान पहुंचाया है।

सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए। सरकार का यह कहना कि विपक्ष राजनीति कर रहा है, इस बात का संकेत है कि वह कितनी असंवेदनशील है।" पवार ने महिलाओं की सुरक्षा के संदर्भ में सभी को एक शपथ दिलाई। इसी बीच, शिवसेना (यूबीटी) ने भी मुंबई के दादर स्थित शिवसेना भवन के सामने अपना विरोध प्रदर्शन आयोजित किया।

बदलापुर की घटना पर निकला मौन जुलुस

भाजपा ने शनिवार को महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में मौन जुलूस निकालकर 'जागर जनवेचा' (जागरूकता पैदा करना) अभियान की शुरुआत की। इस अभियान का नेतृत्व राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने अमरावती में बी.आर. आंबेडकर की प्रतिमा के पास किया। महाराष्ट्र भाजपा की महिला मोर्चा अध्यक्ष चित्रा किशोर वाघ ने बदलापुर की घटना पर मविआ को निशाने पर लेते हुए कहा कि जब एक स्थानीय स्कूल में दो छोटी बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न हुआ, तब मविआ इस गंभीर मुद्दे पर राजनीति कर रही है।

नियम पालन करने पर होगी शिकायत दर्ज

बदलापुर में नाबालिगों के यौन उत्पीड़न की घटना की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (SIT) ने पॉक्सो अधिनियम की धारा-19 के नियमों का पालन करने के कारण स्कूल अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इस धारा के अनुसार, यदि किसी अधिकारी को नाबालिगों के खिलाफ किसी भी प्रकार के यौन उत्पीड़न की जानकारी मिलती है, तो उनके लिए यह अनिवार्य है कि वे पुलिस अधिकारियों को इसकी सूचना दें, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।

 

 

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