बिहार के अऱरिया में उद्घाटन से पहले बकरा नदी पर 12 करोड़ की लागत से बने पुल के ढहने के मामले में बिहार सरकार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
Araria Bridge Collapse: बिहार के अररिया में बकरा नदी पर निर्माणाधीन पुल मंगलवार को अचानक ढह गया है। उद्घाटन से पहले पुल के ढहने के मामले में बिहार सरकार ने सख्त कार्रवाई केआदेश दिए है।
इस मामले को लेकर ग्रामीण कार्य विभाग ने तत्कालीन सहायक इंजीनियर अंजनी कुमार व कनीय अभियंता मनीष कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही विभागीय मंत्री अशोक चौधरी ने ठेकेदार सिराजुर रहमान के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने व उसे ब्लैक लिस्ट में डालने का निर्देश दिया है।
पुल निर्माण में 12 करोड़ की लागत
सूत्रों की मानें तो इस पुल के निर्माण को लेकर MLA विजय कुमार मंडल और सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने काफी मेहनत की थी। बताया गया कि जब पुल निर्माण के बाद नदी के किनारे बाढ़ का आना दूर हो गया। इस पुल का निर्माण 12 करोड़ की लागत से नदी को किनारे तक को जोड़ने के लिए किया गया था। अब आरोप है कि विभागीय लापरवाही और संवेदक की अनियमितता पूर्ण काम के कारण पुल ढह गया है।
ग्रामीण विभागीय अधिकारी के खिलाफ मामला
subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत उस पुल का निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग की देखरेख में किया जा रहा था। वहीं भाजपा विधायक विजय कुमार मंडल का कहना है कि सेंसर के तहत रात को अंधेरे में पुल व पाइलिंग कार्य किया जाता था।
बताया कि अगर पुल का पाइलिंग सही होता तो उसका तीन से चार पिलर नदी में नहीं ढहते। उन्होंने राज्य सरकार से विभागीय अधिकारी व सेंसर के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
स्थानीय ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग की
ग्रामीणों का कहना है कि पुल के निर्माण कार्य में अनियमितता बरती गई। जिस वजह से यह पुल बाढ़ का पहला पानी भी नहीं झेल पाया। इसके बाद भी मामले पर कार्रवाई नहीं हो रही है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि तत्काल विभागीय अधिकारी व सेंसर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
बता दें कि बिहार में निर्माणाधीन पुल के ढहने की ये कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी भागलपुर के सुल्तानपुर में गंगा नदी पर बना पुल, सुपौल में कोसी नदी पर बना पुल ऐसे ही भरभरा कर ढह गया था।