नागरिकता संशोधन कानून के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी धर्म के शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी। इस कानून के अनुसार, केवल वे लोग जो 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आकर बस गए थे, उन्हें ही नागरिकता का अधिकार मिलेगा।
Amit Shah: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री (Amit Shah) आज गुजरात के कर्णावती दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने के बताया कि भारत में आए शरणार्थियों को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के तहत गुजरात के अहमदाबाद शहर में भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी। ये शरणार्थी, जो पड़ोसी देशों से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हैं और दशकों से अन्याय का सामना कर रहे हैं, अब मोदी सरकार के तहत नागरिकता प्राप्त करेंगे। " यह उल्लेखनीय है कि CAA के तहत नागरिकता प्रदान करने का यह पहला उदाहरण है।
अहमदाबाद में शरणार्थियों को नागरिकता
जानकारी के अनुसार यह कार्यक्रम उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जिन्होंने पाकिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न से बचकर भारत में आश्रय लिया है। अहमदाबाद जिले में, गुजरात सरकार द्वारा अब तक कुल 1,167 व्यक्तियों को भारतीय नागरिकता दी गई है। इस वर्ष की शुरुआत में, जिला कलेक्टर के कार्यालय में एक समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें 18 लोगों को नागरिकता प्रमाण पत्र सौंपा गया, जो पाकिस्तान से आकर अहमदाबाद में रह रहे हैं।
नागरिकता का अधिकार प्राप्त होगा
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के तहत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी धर्म के शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी। इस कानून के अनुसार, केवल वे व्यक्ति जो 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में आकर निवास कर चुके हैं, उन्हें ही नागरिकता का अधिकार मिलेगा।
भारतीय नागरिकता कैसे प्राप्त करें ?
आपको बता दें कि ऑनलाइन आवेदन करने के बाद, फॉर्म की समीक्षा जिला स्तर की समिति द्वारा की जाएगी। इसके बाद, यह समिति आवेदक को ईमेल या एसएमएस के माध्यम से उस तारीख और समय की जानकारी प्रदान करेगी, जब उन्हें अपने मूल दस्तावेजों के साथ व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना होगा। यदि दस्तावेज सही पाए जाते हैं, तो नामित अधिकारी ऑनलाइन पुष्टि करेगा कि कागजात सत्यापित हैं। जिला समिति निष्ठा की शपथ भी अपलोड करेगी और आवेदन को इलेक्ट्रॉनिक रूप से सशक्त पैनल को भेजेगी।
यह पैनल फिर मामले की जांच करेगा और आवेदन को मंजूरी या अस्वीकार करेगा। अंत में, आवेदनकर्ता को नागरिकता का सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। जिन्हें नागरिकता प्रदान की जाएगी, उन्हें भारत में आने की डेट से भारतीय नागरिक घोषित किया जाएगा।