दिल्ली में आगामी चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने झुग्गी-बस्तियों में प्रेसवार्ता की, भाजपा पर बुलडोजर से तोड़फोड़ का आरोप लगाते हुए कहा, "भाजपा को सिर्फ वोट चाहिए, झुग्गी नहीं।"
Delhi News: दिल्ली चुनाव 2025 के नजदीक आते ही आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने झुग्गी-बस्तियों में प्रेसवार्ता की और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने भाजपा पर झुग्गी बस्तियों में बुलडोजर से तोड़फोड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा को इन बस्तियों से कोई लेना-देना नहीं है, केवल चुनाव में इनसे वोट चाहिए।
अरविंद केजरीवाल का आरोप
अरविंद केजरीवाल ने प्रेसवार्ता में कहा, "भाजपा को झुग्गी बस्ती वालों से क्या लेना-देना है। चुनाव से पहले इन्हें झुग्गी वालों के वोट नजर आते हैं और चुनाव के बाद इन्हें इनकी झुग्गियां चाहिए। भाजपा कह रही है 'जहां झुग्गी वहां मकान', लेकिन यह नहीं बता रही कि किसका मकान? जहां झुग्गी, वहां इनके दोस्त का मकान, जहां झुग्गी, वहां इनके बिल्डरों का मकान।"
केजरीवाल का सवाल: क्या भाजपा झुग्गी वालों को मकान देगी?
अरविंद केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को झुग्गी-बस्ती वालों को बुलाकर जनसभा में उनके सामने मुझे गालियां दी। मैं उनसे सवाल करता हूं कि क्या वे कोर्ट में एफिडेविट दाखिल करेंगे कि जितनी झुग्गियां तोड़ी गई हैं, उन सभी के स्थान पर मकान बनाए जाएंगे?"
केजरीवाल ने दी गारंटी: "मैं चुनाव नहीं लडूंगा"
केजरीवाल ने यह भी कहा कि यदि भाजपा यह गारंटी देती है, तो वे अपने चुनावी भविष्य को लेकर एक बड़ी घोषणा करने को तैयार हैं। "मैं गारंटी देता हूं कि अगर भाजपा यह दावा करती है, तो मैं चुनाव नहीं लडूंगा। सभी कोर्ट में चल रहे मामलों को वापस ले लें, फिर देखिए क्या होगा," उन्होंने कहा।
भाजपा का चुनावी रुख
अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह झुग्गी बस्तियों को तोड़कर केवल अपने दोस्तों और बिल्डरों के लिए नए मकान बनवा रही है, न कि झुग्गी बस्तियों के निवासियों के लिए। यह मुद्दा आगामी दिल्ली चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बन सकता है, जिसमें झुग्गी बस्तियों का भविष्य तय होगा।
केजरीवाल ने भाजपा के रवैये को लेकर अपने आलोचनाओं को जारी रखा और यह सवाल उठाया कि भाजपा क्या झुग्गी बस्ती वालों को उनके घर वापस दिलाने के लिए कोई ठोस कदम उठाएगी।
नतीजा: दिल्ली चुनाव पर प्रभाव
यह बयान दिल्ली चुनाव 2025 में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, क्योंकि यह मुद्दा सीधे तौर पर दिल्ली की गरीब और झुग्गी बस्ती वालों के भविष्य से जुड़ा है। केजरीवाल की यह पहल भाजपा के खिलाफ एक सशक्त चुनौती हो सकती है, जो आगामी चुनाव में दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त मुकाबला दर्शाएगी।