दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधते हुए बड़ा आरोप लगाया है। केजरीवाल ने कहा है कि बीजेपी दिल्ली में लोगों के वोट काटने की कोशिश कर रही हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर दावा किया कि बीजेपी दिल्ली में बड़े पैमाने पर लोगों के वोट कटवाने की कोशिश कर रही हैं।
केजरीवाल ने मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा
केजरीवाल ने लिखा, "दिल्ली में बीजेपी बड़े स्तर पर लोगों के वोट कटवाने की कोशिश करते रंगे हाथों पकड़ी गई। बीजेपी ने हजारों वोटर्स के वोट कटवाने के लिए अर्जी डाली। जल्द इस पर बहुत बड़ा खुलासा करूंगा। क्या ये लोग हरियाणा और महाराष्ट्र का भी चुनाव इसी तरह जीते? बीजेपी वालों, दिल्ली में तुम्हारा षड्यंत्र सफल नहीं होने देंगे।" इस पोस्ट में केजरीवाल ने हरियाणा और महाराष्ट्र में बीजेपी की जीत को भी साजिश करार दिया और कहा कि वे जल्द ही इस मुद्दे पर बड़ा खुलासा करेंगे।
महाराष्ट्र-हरियाणा में BJP को साजिश से मिली जीत - केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल के ताजा आरोपों के बाद दिल्ली की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। फिलहाल बीजेपी ने उनके पोस्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। केजरीवाल ने दिल्ली में बीजेपी पर वोट कटवाने की साजिश का आरोप लगाया है और हरियाणा व महाराष्ट्र में उनकी जीत को भी सवालों के घेरे में रखा है। हाल ही में हुए महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने अप्रत्याशित प्रदर्शन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में पार्टी ने हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में बने माहौल को पलटते हुए जीत दर्ज की, जबकि महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी जैसे मजबूत गठबंधन को हराने में कामयाब रही। यह चुनावी प्रदर्शन बीजेपी के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही हैं।
वहीं, दिल्ली में 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 63 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी केवल 7 सीटों पर सिमट गई थी। हालांकि, बाद में अरविंद केजरीवाल पर शराब घोटाले का आरोप लगा, जिसके बाद जेल से रिहा होकर उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।