चंडीगढ़ किसान धरने से पहले श्री मुक्तसर साहिब में पुलिस ने छापेमारी कर किरती किसान यूनियन के तीन नेताओं को हिरासत में लिया। किसानों ने आंदोलन जारी रखने की घोषणा की।
Police Raid on Farmers: पंजाब में किसानों के प्रदर्शन को लेकर हलचल तेज हो गई है। किसान संगठन पांच मार्च से चंडीगढ़ में धरना देने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन उससे पहले पंजाब पुलिस ने कई किसान नेताओं के घरों पर छापेमारी कर उन्हें हिरासत में लिया है। किसानों ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
किसान नेताओं के घरों पर देर रात पुलिस की दबिश
चंडीगढ़ में प्रस्तावित किसान धरने से पहले जिला मुक्तसर साहिब में पुलिस ने देर रात कई किसान नेताओं के घरों पर छापा मारा। पुलिस की यह कार्रवाई रात ढाई से तीन बजे के बीच हुई, जिसमें किरती किसान यूनियन के नेता जगमीत सिंह, जगरूप सिंह और जसप्रीत सिंह को हिरासत में लिया गया। बताया जा रहा है कि कई अन्य किसान नेता भी पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए भूमिगत हो गए हैं।
किसान नेताओं को किया नजरबंद
बीकेयू उगराहां के जिला नेता बिट्टू मल्लन और गुरभगत भलाईआना समेत कई किसानों को नजरबंद करने के लिए पुलिस उनके घर पहुंची थी। हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पहले ही किसान नेता अपने घरों से निकल चुके थे। पुलिस ने उनके परिवारवालों से पूछताछ की और चेतावनी दी। इस पर किसान नेताओं ने कहा कि सरकार चाहे जितनी कोशिश कर ले, लेकिन उनका आंदोलन रुकने वाला नहीं है।
किसानों की चेतावनी – जल्द रिहा करें हमारे नेता
किसानों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके नेताओं को जल्द रिहा किया जाए, अन्यथा वे और बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले केंद्र सरकार और अब पंजाब सरकार उनके आंदोलन को रोकने के लिए दबाव बना रही है। किसान संगठनों ने साफ किया कि अगर सरकार ने दमन की नीति अपनाई, तो वे और आक्रामक रूप से आंदोलन करेंगे।
सीएम भगवंत मान से बैठक बेनतीजा
सोमवार को किसान संगठनों की मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ बैठक हुई थी, लेकिन यह बैठक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील की थी कि वे चंडीगढ़ में धरना देने की योजना पर दोबारा विचार करें, क्योंकि इससे आम जनता को परेशानी होगी और राज्य में निवेश प्रभावित होगा। इस पर किसान संगठनों ने कहा कि वे अपनी मांगों को लेकर संघर्ष जारी रखेंगे।
"धरना लगाना है, तो कोई मांग नहीं मानी जाएगी" – सीएम मान
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सख्त लहजे में कहा कि अगर किसानों ने धरना जारी रखा, तो उनकी कोई भी मांग स्वीकार नहीं की जाएगी। इसके बाद बैठक अचानक समाप्त हो गई। किसानों ने बैठक के बाद ऐलान किया कि वे 5 मार्च से चंडीगढ़ में सात दिवसीय धरना शुरू करेंगे। यदि सरकार उनकी मांगें नहीं मानती, तो वे धरना अनिश्चितकालीन कर सकते हैं।