'जो चाहें वो कर सकते हैं': संभल पर सीएम योगी के बयान से तिलमिलाई डिंपल यादव का पलटवार

'जो चाहें वो कर सकते हैं': संभल पर सीएम योगी के बयान से तिलमिलाई डिंपल यादव का पलटवार
अंतिम अपडेट: 05-12-2024

उत्तर प्रदेश की राजनीति संभल हिंसा को लेकर एक बार फिर गर्म हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया बयान, जिसमें उन्होंने संभल की घटना और बांग्लादेश की हिंसा के 'डीएनए' को एक बताया था, ने विपक्ष को आक्रामक कर दिया है। समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने मुख्यमंत्री के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और बीजेपी पर प्रदेश का माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया हैं।

डिंपल यादव ने कहा, "जब सरकार और प्रशासन खुद दोषी हैं, तो वे जो चाहे रंग दे सकते हैं क्योंकि वे मुख्यमंत्री हैं। आज उत्तर प्रदेश में सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। संभल की घटना इसलिए अंजाम दी गई ताकि लोगों का ध्यान उपचुनाव के नतीजों और उसमें हुई धांधली से हट जाए। यह प्रदेश के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस सरकार को जनता ने चुना है, वह जनता के असली मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय विवाद पैदा कर रही है।"

बीजेपी पर माहौल बिगाड़ने का आरोप

डिंपल यादव ने भाजपा पर प्रदेश में सामाजिक सौहार्द को खराब करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "बीजेपी यूपी का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। प्रदेश की जनता अब समझ चुकी है कि राज्य सरकार रोजगार, आरक्षण, महिला सुरक्षा, और किसानों के मुद्दों पर गंभीर नहीं है। बीजेपी केवल लोगों को बांटने और ध्यान भटकाने के एजेंडे पर काम कर रही है।"

उन्होंने कहा कि सरकार के पास न तो नई नौकरियों का कोई रोडमैप है और न ही आरक्षण पर ठोस नीति। महिला सुरक्षा के मोर्चे पर भी सरकार पूरी तरह विफल रही है। डिंपल ने सवाल उठाते हुए कहा, "क्या सरकार का ध्यान केवल विवादित बयान देकर विपक्ष को चुप कराने पर है? क्या यही प्रदेश का विकास मॉडल है?"

संभल हिंसा पर सीएम योगी का बयान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा था, "बाबर के एक सिपहसालार ने 500 साल पहले जो काम अयोध्या में किया था, वही संभल में हुआ। और जो आज बांग्लादेश में हो रहा है, तीनों का डीएनए एक है।" इस बयान ने सियासी गलियारों में खलबली मचा दी है। विपक्ष ने इसे सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाला बयान बताया हैं।

लोकसभा में मुद्दे उठाने पर जोर

डिंपल यादव ने यह भी कहा कि विपक्ष द्वारा बार-बार उठाए जा रहे मुद्दों को लेकर लोकसभा अध्यक्ष को गंभीरता दिखानी चाहिए। उन्होंने अडानी समूह से जुड़े मामलों पर चर्चा की मांग करते हुए कहा, "जिस तरह संभल हिंसा पर चर्चा कराई गई, उसी तरह लोकसभा अध्यक्ष को अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा कराने की जिम्मेदारी उठानी चाहिए।"

क्या है राजनीतिक पृष्ठभूमि?

संभल की हिंसा और सीएम योगी के बयान ऐसे समय में आए हैं जब प्रदेश में उपचुनाव के नतीजे चर्चा का विषय बने हुए हैं। समाजवादी पार्टी का आरोप है कि बीजेपी जनता का ध्यान असली मुद्दों से हटाने के लिए इस तरह के विवाद खड़े कर रही है। डिंपल यादव ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता विकास, रोजगार, और सामाजिक न्याय होनी चाहिए, लेकिन ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा।

सियासत गर्म, जनता असमंजस में

संभल हिंसा को लेकर बीजेपी और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। जनता के सामने असल सवाल यह है कि आखिर कब प्रदेश में रोजगार, महिला सुरक्षा, और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दे प्राथमिकता बनाएंगे।

डिंपल यादव के तीखे आरोपों और मुख्यमंत्री के बयान के बाद अब यह देखना होगा कि राज्य सरकार इस विवाद को शांत करने के लिए क्या कदम उठाती है। वहीं, विपक्ष अपनी रणनीति तेज करते हुए सरकार को घेरने की पूरी कोशिश में हैं।

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