महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान 'वोट जिहाद' शब्द के उपयोग पर चुनाव आयोग सख्त हो गया है। एडिशनल मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. किरण कुलकर्णी ने बताया कि आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों की जांच की जाएगी। एजेंसियां मामले को निष्कर्ष तक पहुंचाएंगी और जल्द ही चार्जशीट दायर की जाएगी।
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान 'वोट जिहाद' जैसे विवादास्पद नारों पर चुनाव आयोग सख्त है। चुनाव के दौरान दिए गए ऐसे सभी बयानों पर आयोग जांच कर रहा है। महाराष्ट्र के एडिशनल मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. किरण कुलकर्णी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि 'विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन के 650 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। प्रवर्तन एजेंसियां यह सुनिश्चित करेंगी कि ये सभी मामले निष्कर्ष तक पहुंचें।'
मामले की होगी गहनता से जांच
डॉ. कुलकर्णी ने कहा, 'चुनाव आयोग किसी भी तरह की कार्रवाई से पहले इसके कानूनी और सामाजिक पहलू का सावधानी से विश्लेषण करेगा। हमें 'वोट जिहाद' जैसे शब्दों को लेकर बेहद सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि इसके गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं।' उन्होंने कहा कि 'ये एक नया शब्द है। इसके कानूनी, भाषायी, सामाजिक और धार्मिक पहलू को देखना होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त और मैं इसका विश्लेषण कर रहे हैं और सभी पहलुओं को देखने के बाद आवश्यक फैसला किया जाएगा।'
चुनाव आयोग का दृष्टिकोण
जब कुलकर्णी से पूछा गया कि क्या ऐसे शब्दों के इस्तेमाल से चुनाव पर असर पड़ता है, तो उन्होंने जल्दबाजी में निष्कर्ष पर पहुंचने के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा, 'यह लंबी प्रक्रिया है। शब्दों और उनके संदर्भ का विश्लेषण किया जाना जरूरी है।' उन्होंने कहा कि 'नई शब्दावली के लिए कोई कानूनी फ्रेमवर्क नहीं है। इसलिए हमें ऐसे मामलों के परिणाम को ध्यान में रखते हुए सावधानी से संभालना चाहिए।'
मामलों की होगी जल्द दाखिल हुई चार्जशीट
राज्य के एडिशनल मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. कुलकर्णी ने कहा कि 'आचार संहिता उल्लंघन के कुल 659 केस दर्ज हुए। जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान 366 मामले ही दर्ज हुए थे। जांच एजेंसियों ने लोकसभा के 300 मामलों में चार्जशीट फाइल कर दी है।' उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान दर्ज हुए मामलों को लेकर एजेंसियां जांच कर रही हैं और कोर्ट में सभी मामलों के लिए चार्जशीट जल्द फाइल की जाएगी।