चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में मतदान प्रतिशत में बदलाव असंभव है। आयोग ने बताया कि मतदाता सूची पारदर्शी तरीके से बनाई गई और इसमें कोई मनमाना बदलाव नहीं किया गया।
Election Commission of India: भारत निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को कांग्रेस द्वारा उठाए गए आरोपों का जवाब दिया और स्पष्ट किया कि मतदान प्रतिशत में कोई बदलाव संभव नहीं है। आयोग ने यह भी बताया कि महाराष्ट्र चुनाव में मतदाता सूची में कोई भी मनमाना बदलाव नहीं किया गया है और सभी प्रक्रियाओं का पालन किया गया है।
कांग्रेस के आरोपों का चुनाव आयोग ने किया खंडन
कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अपनी करारी हार के बाद चुनाव आयोग और पूरी चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि चुनाव में वोटर लिस्ट से नाम मनमाने तरीके से हटाए गए थे। चुनाव आयोग ने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि मतदाता सूची को नियमों और प्रक्रिया के तहत तैयार किया गया है, जिसमें कोई अनियमितता नहीं हुई है। आयोग ने यह भी कहा कि न तो किसी का नाम सूची में जोड़ा गया और न ही हटाया गया है।
मतदान प्रतिशत में बदलाव की संभावना नहीं
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि मतदान प्रतिशत में बदलाव करना असंभव है। आयोग के अनुसार, मतदान का विवरण देने वाला वैधानिक फॉर्म 17सी पोलिंग बूथ पर मतदान समाप्त होने के बाद प्रत्याशियों के अधिकृत एजेंटों के पास होता है, जिससे मतदान आंकड़ों में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता।
आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि शाम 5 बजे के आंकड़ों की तुलना अंतिम मतदान आंकड़ों से करना सही नहीं है क्योंकि मतदान की प्रक्रिया रात 11:45 बजे तक जारी रहती है, और इस दौरान वृद्धि सामान्य है।
पारदर्शिता के साथ तैयार हुई मतदाता सूची
भारत निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र में मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया को पारदर्शी और नियमों के अनुरूप बताया। चुनाव आयोग ने कहा कि इसमें कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधियों की भी भागीदारी रही और उचित प्रक्रिया का पालन किया गया। आयोग ने कांग्रेस के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि चुनावी प्रक्रिया में कोई भी असमानता या अनियमितता नहीं हुई है।