महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र आज से शुरू हो गया है। इस सत्र में नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ लेनी शुरू कर दी है। सबसे पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने विधायक पद की शपथ ली। विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव जल्द ही होने की उम्मीद जताई जा रही है, क्योंकि विधानसभा 16 से 21 दिसंबर तक नागपुर में होने वाले शीतकालीन सत्र की तैयारियां जारी हैं।
Maharashtra Assembly Special session: महाराष्ट्र विधानसभा का तीन दिन का विशेष सत्र आज से शुरू हो गया है। इस सत्र में नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ लेना शुरू कर दिया है, जिसमें सबसे पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने विधायक पद की शपथ ली। इस विशेष सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा, जिसकी प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इसके बाद 16 से 21 दिसंबर तक नागपुर में होने वाले शीतकालीन सत्र की तैयारी की जाएगी, जहां नए विधायी कार्यों की शुरुआत की जाएगी। इस सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर कालिदास सुलोचना कोलंबकर ने सभी नए विधायकों को शपथ दिलवानी शुरू की।
शिवसेना यूबीटी नेताओं ने शपथ लेने से किया इनकार
उधर, शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के सभी जीते हुए विधायक शपथ नहीं लेंगे। आदित्य ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या की गई है और अगर यह चुनाव लोगों की वास्तविक इच्छाओं का प्रतिनिधित्व करते, तो जनता की ओर से जश्न मनाया जाता। उन्होंने इस चुनाव प्रक्रिया और परिणामों पर संदेह जताते हुए ईवीएम पर सवाल उठाए। आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह चुनाव एक असत्य जनादेश के रूप में सामने आया है, जिसे स्वीकार करना शिवसेना यूबीटी के लिए असंभव था। पार्टी का यह फैसला मुख्यमंत्री और उनके गठबंधन के खिलाफ एक मजबूत विरोध को दर्शाता है।
प्रोटेम स्पीकर के रूप में कालिदास कोलंबकर की नियुक्ति
विशेष सत्र से एक दिन पहले, भाजपा के वरिष्ठ विधायक कालिदास सुलोचना कोलंबकर को महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन द्वारा प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई गई। प्रोटेम स्पीकर का प्रमुख कार्य आगामी सत्र के दौरान सभी 288 नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलवाना होगा। प्रोटेम स्पीकर के पद की यह जिम्मेदारी राजनीति के बड़े कद के एक अनुभवी नेता को सौंपी गई है, जिनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि इससे विधानसभा के कार्य संचालन की शुरुआत होगी और सभी विधायकों को अपना पद ग्रहण करने का अवसर मिलेगा।
विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव और मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा
इस सत्र में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव 9 दिसंबर को होने की संभावना जताई जा रही है। इस चुनाव के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार सबसे प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच चुनावी मुकाबला दिलचस्प हो सकता है। वहीं, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान स्पष्ट किया था कि शीतकालीन सत्र से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया जाएगा और नई कैबिनेट का गठन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम तय करेंगे मंत्रीमंडल विस्तार
शिवसेना नेता उदय सामंत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा जल्द ही की जाएगी, जिसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और दोनों डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार मिलकर निर्णय लेंगे। सामंत ने कहा कि मंत्रिमंडल में किसे शामिल किया जाएगा और किसे बाहर रखा जाएगा, यह निर्णय मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम की आपसी सहमति से लिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी में किसी भी नेता ने विशेष रूप से गृह मंत्रालय की मांग नहीं की है, और यह पूरी प्रक्रिया मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ही तय होगी।