पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर योगी सरकार ने सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया। राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सरकारी मनोरंजन कार्यक्रम रद्द होंगे।
UP News: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता रहे मनमोहन सिंह का गुरुवार, 26 दिसंबर 2025 को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की। उनके निधन के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने राजकीय शोक घोषित किया। मनमोहन सिंह ने आर्थिक सुधारों और विकासशील नीतियों के जरिए देश को एक नई दिशा दी।
राजकीय शोक की घोषणा
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि दिवंगत प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में 26 दिसंबर 2024 से 01 जनवरी 2025 तक सात दिन का राजकीय शोक मनाया जाएगा। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई सरकारी मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे। यह निर्णय गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के आधार पर लिया गया।
गृह मंत्रालय का निर्देश
गृह मंत्रालय ने अपने पत्र में स्पष्ट किया कि मनमोहन सिंह के निधन के बाद पूरे भारत में सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। इस अवधि में सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। साथ ही, इस दौरान किसी भी प्रकार के आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रमों को रद्द करने का आदेश दिया गया है। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव जितेंद्र कुमार ने इस आदेश को सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को लागू करने के निर्देश दिए।
राजनीतिक जगत से प्रतिक्रियाएं
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, और बसपा प्रमुख मायावती सहित कई प्रमुख नेताओं ने शोक व्यक्त किया।
- आनंदीबेन पटेल: उन्होंने कहा, "डॉ. मनमोहन सिंह का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करती हूं।"
- अखिलेश यादव: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा, "डॉ. मनमोहन सिंह का निधन एक अंतरराष्ट्रीय क्षति है। महान अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री को भावभीनी श्रद्धांजलि।"
- मायावती: बसपा प्रमुख ने कहा, "मनमोहन सिंह के योगदान और सदाचारपूर्ण स्वभाव को हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी आर्थिक प्रगति में भूमिका अनमोल है।"
- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने भी सिंह को श्रद्धांजलि दी और उनकी दूरदर्शी नीतियों को याद किया। उन्होंने कहा, "मनमोहन सिंह की विरासत भारत के विकास को सदैव प्रेरित करती रहेगी।"
मनमोहन सिंह की जीवन यात्रा
डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुआ था। विभाजन के बाद उनका परिवार भारत आ गया। उन्होंने ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। अर्थशास्त्र में उनकी विशेषज्ञता ने उन्हें भारत के वित्त मंत्री और बाद में प्रधानमंत्री के रूप में बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी।