National News: भारत बना रहा आसमान के बाद पाताल लोक में दुश्मन को तबाह करने का प्लान, फ़्रांस के साथ डील पक्की करेंगे डोभाल, पढ़ें पूरी खबर

National News: भारत बना रहा आसमान के बाद पाताल लोक में दुश्मन को तबाह करने का प्लान, फ़्रांस के साथ डील पक्की करेंगे डोभाल, पढ़ें पूरी खबर
Last Updated: 23 सितंबर 2024

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने के लिए निरंतर अंतर्राष्ट्रीय यात्राएं कर रहे हैं। अब उनकी अगली यात्रा फ्रांस की होगी, जहां उनकी मुलाकात फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से होने की संभावना है। इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद हैं।

नई दिल्ली: भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराते हुए रणनीतिक और रक्षा संबंधों को मजबूत कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल इस प्रयास में अहम भूमिका निभा रहे हैं। खासकर अजित डोभाल ने रक्षा और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। अजित डोभाल 30 सितंबर से 1 अक्टूबर 2024 तक फ्रांस का दौरा करेंगे, जहां वह इंडिया-फ्रांस स्ट्रैटेजिक डायलॉग में भाग लेंगे।

इस यात्रा के दौरान भारत और फ्रांस के बीच कई महत्वपूर्ण रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, जिनमें न्यूक्लियर अटैक सबमरीन, 110 किलो न्यूटन थ्रस्ट एयरक्राफ्ट इंजन, और अंडरवाटर ड्रोन के खरीद और निर्माण समझौते शामिल हो सकते हैं। यह समझौते दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी को और अधिक मजबूत करेंगे, जिससे भारत की रक्षा क्षमताओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।

फ़्रांस के साथ डील पक्की करेंगे डोभाल

NSA अजित डोभाल की आगामी फ्रांस यात्रा के दौरान, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से उनकी मुलाकात होने की पूरी संभावना है। यह मुलाकात दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिहाज से महत्वपूर्ण होगी। राफेल फाइटर जेट डील के बाद, भारत अब न्यूक्लियर अटैक सबमरीन, 110 किलो न्यूटन थ्रस्ट एयरक्राफ्ट इंजन, और अंडरवाटर ड्रोन जैसे उन्नत रक्षा उपकरणों के लिए फ्रांस के साथ साझेदारी को बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ रहा हैं।

फ्रांस की मैक्रों सरकार इन रक्षा क्षेत्रों में भारत के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है, विशेष रूप से निर्माण प्रक्रिया में। इन साझेदारियों से भारत की स्वदेशी रक्षा उत्पादन क्षमता को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे भारत की समुद्री और हवाई सुरक्षा क्षमताएं बढ़ेंगी। अजित डोभाल की यह यात्रा भारत-फ्रांस रक्षा और रणनीतिक साझेदारी को एक नई दिशा में ले जाने की संभावना रखती है, और दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करेगी।

अब पाताल लोक में भी भारत से कांपेंगे दुशमन

हिंद महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए भारत को अपनी समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने की आवश्यकता है। इस दिशा में भारत ने एडवांस्ड एयरक्राफ्ट कैरियर के विकास और न्यूक्लियर अटैक सबमरीन की ताकत बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की फ्रांस यात्रा के दौरान भारत और फ्रांस के बीच न्यूक्लियर अटैक सबमरीन और अंडरवाटर ड्रोन पर संभावित डील की उम्मीद है। न्यूक्लियर सबमरीन आधुनिक सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करती है, जबकि अंडरवाटर ड्रोन की आवश्यकता भी तेजी से बढ़ रही हैं।

अंडरवाटर ड्रोन का उपयोग समुद्री अनुसंधान को बढ़ावा देने के साथ-साथ दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए किया जा सकता है। ये ड्रोन इन-बिल्ट या रिमोट सेंसर से संचालित होते हैं, जिससे उन्हें पानी के अंदर सक्रिय रहने की क्षमता मिलती है। इस तरह की तकनीक भारत की समुद्री ताकत को और अधिक मजबूत बनाएगी और हिंद महासागर में सुरक्षा को सुनिश्चित करेगी।

फ्रांस का दौरा करेंगे NSA अजित डोभाल

NSA अजित डोभाल के फ्रांस दौरे के दौरान उनकी राष्ट्रपति इमैैनुएल मैक्रों के डिप्लोमेटिक एडवाइजर इमैन्युएल बॉन के साथ महत्वपूर्ण एजेंडों पर चर्चा करने की योजना है। यह वार्ता जनवरी 2024 में राष्ट्रपति मैक्रों की भारत यात्रा के बाद पहली बार हो रही है, जो दोनों देशों के बीच के रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने में मददगार साबित होगी।

डोभाल राष्ट्रपति मैक्रों को रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए भारत द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी देंगे। फ्रांस ने हमेशा इस दिशा में भारत के प्रयासों का समर्थन किया है, और यह वार्ता उस सहयोग को और मजबूत करने का एक अवसर प्रदान करेगी। इस मुलाकात में रक्षा संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर भी चर्चा होने की संभावना हैं।

 

 

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