प्रधानमंत्री संग्रहालय के सदस्य रिजवान कादरी ने राहुल गांधी से पंडित नेहरू के पत्र वापस करने की मांग की है। ये पत्र 1971 में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी को दिए गए थे और 2008 में सोनिया गांधी को सौंपे गए थे। अब भाजपा इस मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला कर रही है।
Sonia Gandhi Nehru Letter controversy: प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (PMML) के सदस्य रिजवान कादरी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पत्र वापस करने की मांग की है। ये पत्र 1971 में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी को दिए गए थे और 2008 में सोनिया गांधी को सौंपे गए थे। अब भाजपा इस मुद्दे पर कांग्रेस पर हमलावर है और सवाल कर रही है कि आखिर इन पत्रों में ऐसा क्या था जिसे कांग्रेस ने इतने सालों तक अपने पास रखा।
रिजवान कादरी की राहुल गांधी को पत्र
प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (PMML) सोसाइटी के सदस्य रिजवान कादरी ने आज राहुल गांधी को पत्र लिखकर पूर्व पीएम पंडित नेहरू के पत्रों को वापस करने की मांग की है। ये पत्र ऐतिहासिक महत्व के दस्तावेज हैं, और कादरी ने कहा कि इन्हें सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि देश के लोगों को जानकारी मिल सके।
भाजपा का कांग्रेस पर हमला
भाजपा नेता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जब पीएमएमएल ने इन पत्रों को डिजिटल रूप से रिकॉर्ड करने का निर्णय लिया तो सोनिया गांधी को क्यों इतनी जल्दी थी कि इन्हें 51 डिब्बों में ले गईं। उन्होंने सवाल उठाया कि इन पत्रों में क्या लिखा है जिसे कांग्रेस अब तक छिपा रही है।
पूर्व पीएम के पत्रों में क्या था?
संबित पात्रा ने सवाल किया कि पूर्व पीएम ने एडविना माउंटबेटन, जयप्रकाश नारायण समेत कई नेताओं को लिखे पत्रों में क्या था जिसे सोनिया गांधी ने जल्दबाजी में उठाया और अब इसे वापस मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि आखिर सोनिया गांधी ने इन पत्रों को क्यों लिया और इन्हें अब कहां रखा गया है।
नेहरू पत्रों का क्या हुआ?
जब 2008 में सोनिया गांधी ने नेहरू के पत्र उठाए, तब पीएमएमएल ने इनका डिजिटल रिकॉर्डिंग शुरू की थी। अब प्रधानमंत्री संग्रहालय इन पत्रों को वापस लौटाने की मांग कर रहा है ताकि देश की जनता को उनके इतिहास और महत्व के बारे में जानकारी मिल सके।
BJP ने उठाए गंभीर सवाल
भाजपा ने पूछा कि जब डिजिटल रिकॉर्डिंग के लिए सामग्री तैयार हो रही थी, तो सोनिया गांधी ने क्यों 51 डिब्बों में नेहरू के पत्र उठाए और इन्हें कहां रखा गया है। भाजपा नेताओं ने इसे एक बड़ा मुद्दा बताते हुए कांग्रेस से जवाब मांगा है।