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पीएम मोदी नागपुर दौरा: RSS मुख्यालय में मोहन भागवत के साथ साझा करेंगे मंच

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को नागपुर का दौरा करेंगे, जहां वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान वे संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ एक मंच साझा करेंगे। 

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय का दौरा कर सकते हैं। उनकी इस यात्रा पर राजनीतिक विश्लेषकों की विशेष नजर बनी हुई है। पीएम मोदी की नागपुर यात्रा हिंदू नववर्ष के पहले दिन, यानी 30 मार्च को निर्धारित है। इस दौरान वे RSS समर्थित पहल माधव नेत्रालय के भूमि पूजन समारोह में शामिल होंगे। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी रेशम बाग स्थित RSS के हेडगेवार स्मृति भवन भी जा सकते हैं और साथ ही उनके दीक्षाभूमि जाने की भी संभावना हैं।

माधव नेत्रालय के भूमि पूजन में लेंगे भाग

प्रधानमंत्री मोदी नागपुर में RSS समर्थित पहल ‘माधव नेत्रालय’ के भूमि पूजन समारोह में हिस्सा लेंगे। यह नेत्रालय आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त होगा और जरूरतमंदों को सुलभ नेत्र चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा। इस अवसर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत भी उपस्थित रहेंगे। सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी के इस दौरे के दौरान वे रेशम बाग स्थित ‘हेडगेवार स्मृति भवन’ और ‘दीक्षाभूमि’ भी जा सकते हैं। हेडगेवार स्मृति भवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार की समाधि स्थल है, जबकि दीक्षाभूमि वह स्थान है जहां डॉ. भीमराव अंबेडकर ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी।

RSS के 100 साल और बढ़ती राजनीतिक अहमियत

RSS की स्थापना 27 सितंबर 1925 को डॉ. हेडगेवार द्वारा की गई थी, और 2025 में इसका शताब्दी वर्ष मनाया जाएगा। संघ देश का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन माना जाता है, जिसने भारतीय राजनीति, विशेष रूप से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की विचारधारा को गहराई से प्रभावित किया है। बीजेपी के कई बड़े नेता संघ की पृष्ठभूमि से आते हैं और पार्टी के लिए यह संगठन हमेशा महत्वपूर्ण रहा हैं।

पीएम मोदी का यह दौरा राजनीतिक दृष्टिकोण से भी अहम माना जा रहा है। 2024 के आम चुनावों के बाद महाराष्ट्र और देश की राजनीति में RSS की भूमिका को लेकर चर्चाएं तेज रही हैं। ऐसे में पीएम मोदी का संघ मुख्यालय दौरा हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के एजेंडे को और मजबूती देने वाला कदम माना जा रहा हैं।

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