राजस्थान के देवली-उनियारा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा SDM को थप्पड़ मारने का मामला बढ़ता जा रहा है। जहां एक ओर उनके समर्थक रिहाई की मांग कर रहे हैं, वहीं आरएएस अधिकारी एम्पलाइज प्रोटेक्शन एक्ट की मांग कर रहे हैं।
Naresh Meena Slap Case: राजस्थान के देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने के बाद यह मामला दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इस घटना ने जहां एक ओर नरेश मीणा के समर्थकों को उनकी रिहाई की मांग उठाने का मौका दिया है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के आरएएस अफसरों ने इस घटना के बाद राजस्थान में एम्पलाइज प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है।
आरएएस एसोसिएशन की सीएम से मुलाकात
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार को आरएएस एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की। इस मुलाकात में एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर खराड़ी और महासचिव नीतू राजेश्वर ने प्रदेश में एम्पलाइज प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की। साथ ही, सचिवालय के अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद थे। मुलाकात के बाद इस बात की चर्चा जोरों पर है कि राजस्थान में जल्द ही यह एक्ट लागू किया जा सकता है।
एम्पलाइज प्रोटेक्शन एक्ट की मांग
आरएएस अफसरों का कहना है कि उपचुनाव के दौरान एसडीएम पर हमले के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान सुरक्षा की जरूरत है। एसडीएम अमित चौधरी के साथ हुई इस हिंसा ने अधिकारियों के बीच गहरी नाराजगी और चिंता पैदा की है। उनका मानना है कि एम्पलाइज प्रोटेक्शन एक्ट लागू होने से अधिकारियों को इस तरह की घटनाओं से बचाया जा सकेगा और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
नरेश मीणा के समर्थकों द्वारा रिहाई की मांग
इसी बीच, नरेश मीणा के समर्थक उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं, और इस मामले को राजनीतिक रूप से भी जोड़ा जा रहा है। हालांकि, आरएएस अफसरों का कहना है कि यह सिर्फ एक व्यक्तिगत मामला नहीं, बल्कि यह सभी सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ मुद्दा है, जिस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।