Israel Iran War: इजरायल ने ईरान पर किया बड़ा हमला, कई शहरों में किए धमाके, इजरायल ने कहा- 'ईरान को चुकानी होगी पूरी कीमत'

Israel Iran War: इजरायल ने ईरान पर किया बड़ा हमला, कई शहरों में किए धमाके, इजरायल ने कहा- 'ईरान को चुकानी होगी पूरी कीमत'
Last Updated: 26 अक्टूबर 2024

ईरान ने 1 अक्टूबर 2024 को इजरायल पर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिसे उसने "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 2" का नाम दिया। यह हमले, मुख्य रूप से नेवातिम और टेल नोफ एयरबेस, तेल अवीव के निकट और इजरायली खुफिया मुख्यालय के आसपास केंद्रित थे।

बेरुत: इजरायल ने हाल ही में ईरान पर लक्षित हवाई हमले किए, जो लगभग चार हफ्ते पहले ईरान द्वारा इजरायल पर लगभग 180 मिसाइलें दागने के जवाब में थे। इन हमलों में ईरान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, लेकिन प्रमुख परमाणु संयंत्रों या ऊर्जा सुविधाओं को छोड़ दिया गया। इजरायली सेना के मुताबिक, यह कार्रवाई ईरान की आक्रामक गतिविधियों के लंबे समय से जारी सिलसिले के जवाब में की गई थी, और इसेसटीक हमले के रूप में परिभाषित किया गया हैं।

ईरान के वायु रक्षा प्रणाली ने दावा किया कि उसने इजरायल की अधिकांश मिसाइलों को नष्ट कर दिया और हमलों सेसीमित नुकसान हुआ। हालांकि, ईरानी मीडिया का कहना है कि उनकी सेना ने इन हमलों को नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त की है। इस घटनाक्रम से क्षेत्र में तनाव बढ़ने की संभावना है, क्योंकि दोनों देशों के बीच पहले से ही सैन्य और कूटनीतिक विवाद चल रहा है, और ईरान ने संकेत दिया है कि वहप्रत्येक कार्रवाई का उचित जवाब देने के लिए तैयार हैं।

इजराइल ने ईरान के हमले का किया जवाब

हालिया घटनाओं पर, व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि इजरायल के हमले आत्मरक्षा में किए गए हैं। इस बयान में कहा गया है कि इजरायल ने 1 अक्टूबर के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में ईरान के कुछ सैन्य ठिकानों पर निशाना साधा। व्हाइट हाउस ने इस हमले को इजरायल का अधिकार माना है, जिसे उसने अपनी सुरक्षा के लिए उचित ठहराया हैं।

इसी प्रकार, इजरायली राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सेवेट ने कहा कि इजरायल ने केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए हमला किया और इसे आत्मरक्षा की कार्रवाई बताया। उनका कहना है कि इस हमले का उद्देश्य ईरान द्वारा की गई आक्रामक कार्रवाई के बाद सुरक्षा सुनिश्चित करना था।

इजराइल ने ईरान के मिलिट्री बेस को बनाया निशाना

ईरान के कई प्रमुख सैन्य ठिकानों पर इजरायल ने हवाई हमले किए हैं, जिनमें तेहरान और अन्य शहरों के मिलिट्री बेस शामिल हैं। इजरायल डिफेंस फोर्सेज़ (IDF) ने पुष्टि की है कि ये हमले ईरान के महीनों से चल रहे आक्रमणों के जवाब में किए गए हैं। इजरायली अधिकारियों के अनुसार, ईरान की ओर से 7 अक्टूबर से इजरायल पर लगातार हमले हो रहे हैं, जिसमें ईरानी धरती से सीधे हमले और क्षेत्रीय समर्थन के साथ कई मोर्चों पर आक्रामक कार्रवाई शामिल हैं।

ईरानी मीडिया ने भी इस हमले की जानकारी दी है और बताया कि परमाणु ठिकानों पर हमला नहीं हुआ है, बल्कि केवल सैन्य अड्डों को निशाना बनाया गया है। इस बीच, तेहरान में जोरदार धमाके सुनाई देने की खबरें हैं, जो क्षेत्र में तनाव बढ़ा सकती हैं। अमेरिका ने इस हमले को इजरायल की आत्मरक्षा का अधिकार बताया है, जबकि दोनों देशों के बीच बढ़ती हुई इस सैन्य प्रतिस्पर्धा से क्षेत्रीय स्थिरता को लेकर वैश्विक चिंता भी बढ़ रही हैं।

इजराइल ने कहा कि...

इजरायल ने ईरान के खिलाफ अपने हमलों को आत्मरक्षा का अधिकार बताया है, जैसा कि अन्य संप्रभु देशों के पास होता है। इजरायली जनरल स्टाफ के प्रमुख, लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी, और इजरायली वायु सेना के कमांडिंग ऑफिसर, मेजर जनरल तोमर बार, फिलहाल कैंप राबिन में स्थित भूमिगत कमांड सेंटर से इस अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। इजरायली अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि राज्य और उसके नागरिकों की रक्षा के लिए वे हर संभव कदम उठाएंगे, और उनकी सभी रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताएं पूरी तरह सक्रिय हैं। इजरायल का कहना है कि इन हमलों का मकसद उन हमलों का जवाब देना है, जो ईरान ने हाल ही में इजरायल के खिलाफ किए थे।

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