महिला टेनिस जगत के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। वर्ल्ड टेनिस एसोसिएशन (WTA) ने महिला खिलाड़ियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सवैतनिक मातृत्व अवकाश (Paid Maternity Leave) की घोषणा की है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: महिला टेनिस जगत के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। वर्ल्ड टेनिस एसोसिएशन (WTA) ने महिला खिलाड़ियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सवैतनिक मातृत्व अवकाश (Paid Maternity Leave) की घोषणा की है। इस नई नीति के तहत, गर्भवती खिलाड़ियों को 12 महीने तक वेतन मिलेगा, जबकि सरोगेसी या गोद लेने के माध्यम से माता-पिता बनने वाले खिलाड़ियों को भी दो महीने की सवैतनिक छुट्टी दी जाएगी।
खिलाड़ियों को मिलेगा आर्थिक सहयोग
डब्ल्यूटीए के सीईओ पोर्टिया आर्चर ने इस पहल को "अभूतपूर्व" करार देते हुए कहा, "स्वतंत्र अनुबंध और स्व-रोजगार वाले खिलाड़ियों के लिए आमतौर पर इस तरह की सुविधाएं उपलब्ध नहीं होतीं। लेकिन अब महिला टेनिस खिलाड़ी भी मातृत्व लाभ के हकदार होंगी।" यह योजना 1 जनवरी 2024 से प्रभावी होगी और लगभग 300 खिलाड़ी इसके पात्र होंगे। हालांकि, डब्ल्यूटीए ने इस फंड में उपलब्ध कुल राशि के बारे में कोई खुलासा नहीं किया है।
प्रजनन उपचार के लिए भी मिलेगा अनुदान
डब्ल्यूटीए की इस नई नीति में न सिर्फ मातृत्व अवकाश बल्कि अंडाणु फ्रीज (Egg Freezing) और इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) जैसे प्रजनन उपचारों के लिए भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। यह कदम महिला टेनिस खिलाड़ियों को अपने करियर और मातृत्व के बीच संतुलन बनाने में मदद करेगा। हाल के वर्षों में कई शीर्ष महिला खिलाड़ी मां बनने के बाद कोर्ट पर सफल वापसी कर चुकी हैं। सेरेना विलियम्स, नाओमी ओसाका, विक्टोरिया अजारेंका, किम क्लिस्टर्स और कैरोलिन वोज्नियाकी जैसी दिग्गज टेनिस स्टार्स ने मातृत्व के बाद बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बेलिंडा बेंचिच ने भी मातृत्व अवकाश से लौटने के बाद अक्टूबर में एक खिताब जीता था। डब्ल्यूटीए खिलाड़ियों की परिषद की सदस्य विक्टोरिया अजारेंका ने कहा, "यह फैसला खेल में एक नया संवाद खोलेगा और महिला खिलाड़ियों के लिए यह एक बड़ी जीत है।"
टेनिस के नए युग की शुरुआत
डब्ल्यूटीए की इस नीति को सऊदी अरब के पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड (PIF) का समर्थन प्राप्त है, जो इस योजना को आर्थिक रूप से प्रायोजित कर रहा है। सऊदी अरब हाल के वर्षों में टेनिस में अपनी भागीदारी बढ़ा रहा है, और अब वह डब्ल्यूटीए और एटीपी दोनों की रैंकिंग का प्रायोजक बन चुका है। इस ऐतिहासिक फैसले से महिला टेनिस में एक नया युग शुरू होने की उम्मीद है, जहां खिलाड़ी अपने करियर और मातृत्व के बीच समझौता करने के बजाय दोनों को समान रूप से निभा सकेंगी।