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आ गया मानसून... तय समय से आठ दिन पहले केरल पहुंचा दक्षिण-पश्चिम मानसून

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केरल में इस वर्ष मानसून ने समय से आठ दिन पहले दस्तक देकर मौसम वैज्ञानिकों को भी चौंका दिया है। आज यानी 24 मई को दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल पहुंच गया, जबकि इसकी सामान्य तिथि 1 जून मानी जाती है। यह 2009 के बाद पहली बार है जब मानसून इतनी जल्दी पहुंचा है। 

Monsoon Arrived In Kerala: केरल में इस साल मानसून ने समय से करीब एक सप्ताह पहले ही दस्तक दे दी है, जो पिछले 16 वर्षों में सबसे जल्दी हुआ आगमन है। मानसून के जल्दी आने के पीछे कम दबाव वाले क्षेत्र और आगे बढ़ते मानसून सिस्टम का संयोजन प्रमुख कारण माना जा रहा है। राज्य में मानसून के लिए सभी अनुकूल परिस्थितियां बन चुकी थीं और पिछले दो दिनों से केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। इससे पहले 2009 और 2001 में भी मानसून ने 23 मई को केरल में दस्तक दी थी।

16 वर्षों में सबसे जल्दी आगमन

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, पिछले 16 वर्षों में मानसून का यह सबसे जल्दी आगमन है। 2024 के मौसमीय आंकड़े यह दर्शाते हैं कि मानसून के जल्दी आने के पीछे अरब सागर पर बने निम्न दबाव का क्षेत्र और वातावरण में नमी की उच्च उपस्थिति जैसे कारक जिम्मेदार हैं। पिछले दो दिनों से केरल और इसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश देखी जा रही है, जो कि इस वर्ष मानसून के सशक्त आगमन की पुष्टि करता है।

24 मई की सुबह अरब सागर के पूर्व-मध्य भाग में रत्नागिरी के उत्तर-पश्चिम में एक निम्न दबाव क्षेत्र सक्रिय हुआ, जिसने मानसून की गति को और तेज कर दिया। इसी कारण केरल में कई जगहों पर भारी से अति भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। IMD ने 29 मई तक तटीय कर्नाटक, केरल, और दक्षिणी कोंकण-गोवा क्षेत्र में तेज बारिश और 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी दी है।

इतिहास में सबसे जल्दी मानसून 1918 में 11 मई को केरल पहुंचा था। वहीं, सबसे देरी से 1972 में 18 जून को दस्तक दी थी। पिछले 25 वर्षों में 2016 में मानसून ने सबसे देर से, 9 जून को दस्तक दी थी। इन आँकड़ों से स्पष्ट है कि इस बार का मानसून समय से बहुत पहले आना एक बड़ा मौसमीय परिवर्तन है।

देशभर में असर

  • महाराष्ट्र: तटीय इलाकों में IMD ने रेड अलर्ट जारी किया है। मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश, गरज-चमक और तेज हवाएं चल सकती हैं।
  • गोवा: रविवार तक भारी से अति भारी बारिश का अनुमान है। कई स्थानों पर पिछले 24 घंटों में मूसलधार बारिश दर्ज की गई।
  • दिल्ली-एनसीआर: 70 किमी प्रति घंटे तक की तेज हवाओं की चेतावनी के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
  • झारखंड: अगले कुछ दिनों में गरज के साथ बारिश और आंधी की संभावना है। अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे 31-37 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का पूर्वानुमान है।

अप्रैल में ही IMD ने संकेत दे दिए थे कि इस बार अल नीनो का प्रभाव कमजोर रहेगा और मानसून सामान्य से बेहतर रह सकता है। अल नीनो आमतौर पर बारिश को कम कर देता है, लेकिन इस बार ला नीना की अनुकूल स्थिति बनती दिख रही है, जिससे देशभर में बेहतर मानसूनी बारिश की संभावना बढ़ गई है।

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