दिसंबर की शुरुआत हो गई है, लेकिन दिल्ली में ठंड का असर अभी तक खास नहीं दिख रहा है। अगले चार-पांच दिनों तक सामान्य से अधिक गर्मी रहने की संभावना है। हालांकि, 6 दिसंबर के आसपास न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर सकता है, जिससे ठंड बढ़ने की उम्मीद हैं।
मौसम: दिसंबर का महीना शुरू हो गया है, लेकिन दिल्ली और एनसीआर में ठंड का कोई खास असर अभी तक देखने को नहीं मिला है। लोग महसूस कर रहे हैं कि इस बार शायद कड़ाके की ठंड का अहसास न हो। मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर के पहले चार से पांच दिनों में सामान्य से अधिक गर्मी रहेगी, यानी मौसम थोड़ी गर्म रहेगा। इसके बाद तापमान में धीरे-धीरे गिरावट शुरू होगी और ठंड का असर बढ़ेगा। हालांकि, फिलहाल दिल्ली में सर्दी का कोई खास संकेत नहीं है और गर्मी का दौर जारी रहेगा।
आज ऐसा रहेगा दिल्ली का मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में आज यानी 2 से 5 दिसंबर तक हल्के से मध्यम कोहरे की संभावना है, साथ ही स्मॉग भी बना रहेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान 26 से 27 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। 6 दिसंबर को न्यूनतम तापमान फिर से 10 डिग्री से नीचे गिर सकता है और उस दिन अधिकतम तापमान 26 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 9 डिग्री तक रहने का अनुमान है। इस समय ठंड में बढ़ोतरी हो सकती है और कोहरे के साथ स्मॉग की स्थिति भी बनी रह सकती है, जिससे दृश्यता में कमी हो सकती हैं।
पुडुचेरी में आया चक्रवात 'फेंगल' से उत्तर भारत में बढ़ सकती है सर्दी
पुडुचेरी में चक्रवात 'फेंगल' के कारण भारी बारिश के चलते रविवार को जनजीवन प्रभावित हुआ। चक्रवात 30 नवंबर को पुडुचेरी तट से गुजरा था, और इसके प्रभाव से क्षेत्र में भारी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, 1 दिसंबर को 24 घंटों में 46 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। बारिश के कारण बुलीवर्ड सीमा के बाहरी इलाकों में सभी रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ हैं।
वहीं उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में ठंड बढ़ने लगी है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान में तापमान गिर रहा है और सुबह-शाम ठंड में वृद्धि हो गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले हफ्ते ठंड और बढ़ेगी, जिससे कई शहरों और गांवों में लोग ठंड महसूस करेंगे। इस मौसम परिवर्तन के कारण लोग अपने गर्म कपड़े निकालने पर मजबूर हो रहे हैं। विभाग ने यह भी बताया कि अगले एक हफ्ते में तापमान में और गिरावट आने की संभावना हैं।
कश्मीर में पारा शून्य से नीचे
रविवार सुबह कश्मीर के कई इलाकों में घना कोहरा छाया रहा, जबकि एक दिन पहले हुई ताजा बर्फबारी के बाद घाटी के कई स्थानों पर पारा शून्य से नीचे चला गया। इस घने कोहरे के कारण श्रीनगर और कश्मीर के अन्य हिस्सों में विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे पहुंच गई। मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, खराब विजिबिलिटी के कारण वाहन चालकों को कठिनाई का सामना करना पड़ा, जिससे यातायात प्रभावित हुआ और सड़क पर चलने में जोखिम बढ़ गया। इस मौसम बदलाव के कारण घाटी में ठंड और बर्फबारी की स्थिति और भी गंभीर हो सकती हैं।