बेसिक शिक्षा विभाग के अनुसार सरकारी विद्यालयों में एक अप्रैल 2024 से नए सत्र की शुरुआत हो गई है। सत्र के पहले दिन स्कूल में विद्यार्थी बिना ड्रेस और नई पुस्तकों के बिना ही आए. विभाग का नए माध्यम से पढ़ाई कराने के सारे दावे फट गए। सभी विद्यार्थी बिना बैग के खाली हाथ ही विद्यालय पहुंचे। शिक्षकों ने पिछले सत्र की पुरानी दो-तीन पुस्तकें जुटाकर पढ़ाई प्रारंभ कराने की औपचारिकता पूर्ण की हैं।
आगरा: बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन विद्यालयों में एक अप्रैल से शिक्षा का नया सत्र प्रारम्भ होगा गया। सत्र के पहले दिन नई पुस्तक, ड्रेस और बेग के साथ पढ़ाई कराने के लिए विभाग द्वारा किये गए सारे दावे फुस्स हो गए। बच्चों को न नई पुस्तकें मिली, न यूनिफार्म और न ही बैग सभी खाली हाथ ही विद्यालय पहुंचे। ईदगाह स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय और बुढान सैय्यद स्थित प्राथमिक विद्यालय में 30-40 नये विद्यार्थी पहले दिन स्कूल पहुंचे। विद्यालय में बच्चों की कक्षा में बदलाव हुआ बाकि स्थिति वैसी की वैसी बनी हुई हैं।
स्कूल चलो अभियान की शुरुआत
Subkuz.com की जानकारी के अनुसार नए सत्र के पहले दिन बुढ़ान सैय्यद प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजीव कुमार वर्मा के नेतृत्व में गांव में स्कूल चलो अभियान रैली का शुभारंभ किया गया। रैली के माध्यम से सभी छात्रों को हरीपर्वत, घटिया आजम खां, खटीकपाड़ा, संजय प्लेस, सेंट जोंस आदि क्षेत्रों का भ्रमण करवाया गया। गांव के लोगों को शिक्षा की महत्ता समझाने और सरकारी स्कूल में मिलने वाली निश्शुल्क सरकारी सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई। इस रैली में विद्यार्थी कल्पना, श्रुति सैनी, विवेकानंद, अरविंद कुमार, मनीषा सैनी, पूनम कुमारी, प्रियंका, दीक्षा शर्मा, मुकेश कुमार ने पूरा सहयोग किया।
समय पर नहीं हुआ पुस्तकों का वितरण
प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजेश कुमार दीक्षित ने बताया कि शासन का सर्वप्रथम कर्तव्य था कि नए सत्र के पहले ही दिन सभी विद्यार्थियों को नई पुस्तकें, ड्रेस और बेग मिल जाने चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सारी पुस्तकें भी छप कर आ गईं, लेकिन विभाग सारी पुस्तकें तो बहुत दूर की बात है, एक-दो पुस्तकें भी विद्यालयों को उपलब्ध नहीं करा पाया। यूनिफार्म, बेग आदि के लिए मिलने वाली डायरेक्ट ट्रांसफर बेनीफिट (डीबीटी) की राशि का तो अभी तक कोई अतापता ही नहीं हैं।
जल्द मिल जाएगी पुस्तकें
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी जितेंद्र कुमार गोंड ने बताया कि इस वर्ष 2024 के लिए 2.21 लाख विद्यार्थियों के लिए तककरीब 15.11 लाख से अधिक पुस्तकों का आर्डर शासन द्वारा अपने स्तर से दिया गया है। उनमे से करीबन चार लाख पुस्तकें प्राप्त हो गई हैं, जिनका सत्यापन (Verification) कराया गया है। तथा जल्द ही इन पुस्तकों को सभी ब्लाक में भेजकर विद्यालयों तक पहुंचाया जाएगा। विद्यार्थियों को मई की शुरुआत तक सभी पुस्तकें मिल जाएंगी। सरकारी विद्यालयों के साथ-साथ पब्लिक और कान्वेंट विद्यालयों में भी पांच से 10 अप्रैल के बीच नए सत्र की शुरूआत हो जाएगी। इसके लिए सभी अभिभावकों ने नए सत्र की पुस्तकें, नई यूनिफार्म और नया बैग आदि सामान खरीद लिया हैं।