MS Dhoni: राजीव शुक्ला ने किया खुलासा, जानें MS Dhoni के राजनीति में आने पर क्या कहा?

MS Dhoni: राजीव शुक्ला ने किया खुलासा, जानें MS Dhoni के राजनीति में आने पर क्या कहा?
अंतिम अपडेट: 8 घंटा पहले

महेंद्र सिंह धोनी, जिन्होंने 2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा लिया, को राजनीति में अच्छा भविष्य मिलने की संभावना जताई गई है। बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इसे लेकर टिप्पणी की।

MS Dhoni: महेंद्र सिंह धोनी, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान, को हमेशा से ही एक कुशल रणनीतिकार और महान कप्तान के रूप में पहचाना जाता है। 2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद से वह सिर्फ आईपीएल में खेल रहे हैं, जहां उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स को दो बार आईपीएल खिताब दिलवाया। धोनी की शांत, संगठित और रणनीतिक सोच को देखकर उन्हें राजनीति में भी एक अच्छा नेता बनने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, धोनी ने अब तक राजनीति में कदम नहीं रखा है, लेकिन उनके फैंस उन्हें राजनीति में देखना चाहते हैं। इस पर बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने बड़ा बयान दिया है।

राजीव शुक्ला का धोनी को लेकर बयान

बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने हाल ही में एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि महेंद्र सिंह धोनी राजनीति में एक अच्छा नेता साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि धोनी राजनीति में आ सकते हैं। यह पूरी तरह से उनका निर्णय है कि उन्हें राजनीति में आना है या नहीं। वह काफी मशहूर हैं और उनकी छवि बहुत सकारात्मक है, ऐसे में वह राजनीति में सफल हो सकते हैं।" शुक्ला ने ये भी कहा कि जैसे वह हमेशा सौरव गांगुली को बंगाल की राजनीति में देखना चाहते थे, वैसे ही धोनी को भी राजनीति में अच्छा कर सकते हैं।

धोनी का राजनीतिक निर्णय

राजीव शुक्ला ने बताया कि धोनी ने खुद कभी राजनीति में आने का संकेत नहीं दिया। उन्होंने एक पुरानी घटना का जिक्र करते हुए कहा, "मैंने एक बार धोनी से पूछा था कि क्या वह लोकसभा चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं, तो उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि ऐसा कुछ नहीं है।"

धोनी का व्यक्तिगत स्वभाव और छवि

राजीव शुक्ला ने धोनी के स्वभाव पर भी बात की और कहा, "धोनी को सुर्खियों में रहना बिल्कुल पसंद नहीं है। वह अपने आप में सादा रहते हैं। उनके पास मोबाइल फोन भी नहीं होता था, और बीसीसीआई सेलेक्टर्स के लिए उनसे संपर्क करना मुश्किल था क्योंकि वह मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते थे। उनका स्वभाव हमेशा शांत और दूर से देखने का रहा है। वह अपनी चीजों को गंभीरता से लेते हैं और हल्के में नहीं करते।"

राजनीति में भविष्य

हालांकि, शुक्ला ने इस बात का भी साफ किया कि धोनी की राजनीति में आने का फैसला पूरी तरह से उनके हाथ में है। वह खुद तय करेंगे कि उन्हें राजनीति में कदम रखना है या नहीं। हालांकि, अगर वह राजनीति में आते हैं, तो उनकी लोकप्रियता और नेतृत्व की क्षमता उन्हें एक अच्छा नेता बना सकती है।

इससे यह भी स्पष्ट हो जाता है कि धोनी की छवि और व्यक्तित्व उन्हें किसी भी मंच पर सफलता दिलाने के लिए सक्षम है, लेकिन उनका राजनीति में आने का फैसला खुद पर निर्भर करेगा।

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