World Chess Championship: लिरेन ने एक बार फिर स्कोर किया बराबर, 12वें दौर में गुकेश को दी मात; अब टूर्नामेंट की दो बाजी रही शेष

World Chess Championship: लिरेन ने एक बार फिर स्कोर किया बराबर, 12वें दौर में गुकेश को दी मात; अब टूर्नामेंट की दो बाजी रही शेष
Last Updated: 10 दिसंबर 2024

गुकेश और लिरेन के बीच लगातार सात ड्रॉ के बाद 11वें दौर में आखिरकार मुकाबला का परिणाम निकला। हालांकि, लिरेन ने सोमवार को अपनी पूरी ताकत लगाई और भारतीय ग्रैंडमास्टर गुकेश के खिलाफ बढ़त लेने में सफल रहे। अब, दोनों के बीच 14 दौर के क्लासिकल प्रारूप में दो दौर का मुकाबला बाकी हैं।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश अपनी जीत की लय को बरकरार नहीं रख सके और उन्हें गत चैंपियन चीन के डिंग लिरेन के खिलाफ विश्व शतरंज चैंपियनशिप के 12वें दौर में हार का सामना करना पड़ा। गुकेश की हार के बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच स्कोर फिर से बराबरी पर आ गया है, और फिलहाल दोनों 6-6 अंक के साथ समान स्थिति में हैं। 18 वर्षीय गुकेश ने रविवार को 11वें दौर में जीत हासिल कर एक अंक की बढ़त बनाई थी, लेकिन लिरेन ने शानदार वापसी की और इस मुकाबले को बराबरी पर ला खड़ा किया।

दोनों खिलाडी चैंपियन बनने से 1.5 अंक दूर

गुकेश और लिरेन के बीच लगातार सात ड्रॉ के बाद 11वें दौर में नतीजा आया था, लेकिन लिरेन ने सोमवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय ग्रैंडमास्टर के खिलाफ बढ़त हासिल कर ली। अब, 14 दौर के क्लासिकल प्रारूप में दोनों के बीच केवल दो मुकाबले शेष हैं, और दोनों खिलाड़ी खिताब जीतने से सिर्फ 1.5 अंक दूर हैं। यदि मुकाबला 14 दौर के बाद ड्रॉ रहता है, तो विजेता का फैसला फास्टर टाइम कंट्रोल के माध्यम से किया जाएगा।

गुकेश और लिरेन के अगले दो मुकाबले बुधवार और गुरुवार को होंगे, जबकि मंगलवार को आराम दिया जाएगा। लिरेन ने शुरुआती बाजी को जीत लिया था, जबकि गुकेश तीसरी बाजी के विजेता बने थे। दोनों के बीच आठ मुकाबले बराबरी पर रहे हैं। अब अंतिम दौरों में एक कड़े मुकाबले की संभावना बनी हुई हैं।

गुकेश और लिरेन के बीच शानदार रहा 12वें दौर का मुकाबला 

यह बाजी पिछले साल की विश्व चैंपियनशिप का पुनरावृत्ति थी, जब लिरेन ने रूस के इयन नेपोमनियाच्ची के खिलाफ 11वीं बाजी में पिछड़ने के बावजूद 12वीं बाजी में जीत हासिल की थी। इस बार भी उन्होंने गुकेश को हराकर मुकाबला बराबरी पर ला दिया। इस मैच में गुकेश पूरी तरह से आत्मसमर्पण करते हुए नज़र आए, और उन्हें लिरेन के खेल के आगे कोई मौका नहीं मिला।

लिरेन ने हैरान करने वाली इंग्लिश ओपनिंग अपनाई, जिसका गुकेश ने रिवर्स बेनोनी रक्षा से जवाब दिया। यह इंग्लिश ओपनिंग लिरेन ने पहले भी इस टूर्नामेंट में इस्तेमाल की थी। लिरेन ने अपनी जीत के बाद कहा कि उन्होंने पूरे मैच में गुकेश पर दबाव बनाए रखा और कोई गलती नहीं की। गुकेश ने मध्य खेल में लिरेन पर जवाबी हमले की चालें नहीं चलीं, और 17वीं और 22वीं चाल में भारी गलतियां कीं, जिससे लिरेन का पलड़ा भारी हो गया।

27वीं चाल के बाद यह स्पष्ट हो गया कि लिरेन इस मुकाबले को जीतने वाले हैं, और 39वीं चाल के बाद गुकेश ने मुकाबला छोड़ दिया। अब गुकेश की उम्मीदें 13वीं बाजी पर टिकी हैं, जहां वह सफेद मोहरे से लिरेन पर दबाव बनाएंगे। लिरेन के प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि उन्हें हराना आसान नहीं है। पिछले साल नेपोमनियाच्ची के खिलाफ भी उन्होंने तीन बार पिछड़ने के बाद शानदार वापसी की थी और बाद में विश्व चैंपियन बने थे।

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