लहू का रंग एक है - समानता और भाईचारे का संदेश

लहू का रंग एक है - समानता और भाईचारे का संदेश
Last Updated: 19 घंटा पहले

राहुल और राशिद एक ही कक्षा में पढ़ते थे और दोनों ही स्कूल की हॉकी टीम के महत्वपूर्ण सदस्य थे। इन दोनों की जोड़ी इतनी मजबूत थी कि उन्हें पूरे जिले में 'शार्प शूर्टस' के नाम से जाना जाता था। वे पेनल्टी कार्नर में कभी भी गलती नहीं करते थे, और उनकी बेहतरीन टीम वर्क की वजह से स्कूल ने बहुत से मैच जीते थे। राहुल और राशिद के बीच की दोस्ती का कोई तोड़ नहीं था, और खेल के मैदान में उनकी जोड़ी सबकी पसंदीदा थी।

दोस्ती और खेल में भेदभाव नहीं

राहुल और राशिद, दो अच्छे दोस्त, एक ही कक्षा में पढ़ते थे और स्कूल की हॉकी टीम के सदस्य थे। उनकी जोड़ी को जिले में 'शार्प शूर्टस' के नाम से जाना जाता था, और वे हमेशा अपने स्कूल को जीत दिलाते थे। हालांकि, उनका रिश्ता पूरी तरह से दोस्ती और खेल पर आधारित था, लेकिन घर की सोच में अंतर था।

धर्म के नाम पर भेदभाव

राहुल की मां, जो कुछ पुराने ख्यालों की थीं, ने राशिद के साथ भेदभाव करना शुरू कर दिया था। वह एक मुसलमान था, और इसलिए उसे अलग बर्तन में खाना दिया जाता था। राहुल को यह स्थिति बेहद अजीब लगती थी, लेकिन वह अपने घरवालों का आदर करते हुए कभी कुछ नहीं कहता था।

ईद का उपहार और एक सवाल

ईद के दिन राशिद ने राहुल के घर सेवइयां भेजी, लेकिन राहुल की मां ने उन्हें लेने से मना कर दिया। यह राहुल के लिए एक बड़ा झटका था, और उसने अपनी मां से सवाल किया, "क्यों तुम उसे ऐसा बर्ताव करती हो? वह मेरे लिए हमेशा अच्छा दोस्त रहा है।"

दुखद घटना और एक अनमोल संदेश

कुछ दिनों बाद राहुल को खेलते समय गंभीर चोट लगी और उसे खून चढ़ाने की आवश्यकता पड़ी। राशिद के पिता ने अपना खून देने की पेशकश की, और उनकी मदद से राहुल की जान बच गई। राहुल की मां ने यह अनुभव किया कि रक्त का रंग एक जैसा होता है, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति से हो।

समाज में समानता का संदेश

राहुल ने अपनी मां से सवाल किया, "मां, अब तो मेरी रगो में भी एक मुसलमान का खून दौड़ रहा है, क्या अब तुम मेरे हाथों से खाने की चीजें लोगी?" यह सवाल राहुल की मां के दिल में बदलाव लेकर आया। उसे यह समझ में आया कि सभी इंसान एक जैसे हैं, और धर्म के आधार पर किसी से भेदभाव करना गलत है।

कहानी की सीख

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि धर्म, जाति और मान्यताओं के कारण लोगों को बांटना गलत है। इंसान का असली धर्म मानवता है, और सभी इंसान एक समान हैं। हमें अपने समाज में भेदभाव को समाप्त करके, समानता और प्यार की भावना फैलानी चाहिए।

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